चर्चा में क्यों
हाल ही में, इंस्टिट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस ने 163 देशों के लिये वैश्विक आतंकवाद सूचकांक (GTI), 2022 को जारी किया है।
प्रमुख बिंदु
- आतंकवाद प्रभावित देशों की इस सूची में क्रमशः अफगानिस्तान, इराक एवं सोमालिया ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। इस सूचकांक में भारत का स्थान 12वाँ है।
- यह सूचकांक प्रत्येक देश को 0 से 10 के पैमाने पर स्कोर करता है, जिसमें 0 आतंकवाद से किसी प्रभाव को नहीं दर्शाता है, जबकि 10 आतंकवाद के उच्चतम प्रभाव का प्रतिनिधित्व करता है।
- सूचकांक के अनुसार आतंकवादी हमलों में वृद्धि के बावजूद, आतंकवाद के प्रभाव में गिरावट जारी है। वर्ष 2021 में, आतंकवाद से होने वाली मौतों में 1.2% की गिरावट आई है, जबकि हमलों में 17% की वृद्धि हुई है।
- इस सूचकांक में यूक्रेन संघर्ष से पारंपरिक एवं साइबर आतंकवाद में वृद्धि होने की संभावना का उल्लेख किया गया है।
- विश्व के दो तिहाई देशों में कोई आतंकवादी हमला या मौत दर्ज नहीं हुई है। वर्ष 2007 के बाद से 86 देशों ने अपने जी.टी.आई. स्कोर में सुधार किया है।
- अफ्रीका के उप-सहारा क्षेत्र में आतंकवाद से होने वाली कुल वैश्विक मौतों का 48% हिस्सा है। आतंकवाद से होने वाली मौतों में सबसे बड़ी वृद्धि वाले दस देशों में से चार देश नाइजर, माली, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य और बुर्किना फासो उप-सहारा अफ्रीका के ही है।