प्रारम्भिक परीक्षा – गोवा काजू को GI टैग मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
संदर्भ
- गोवा के काजू (Cashew-nut) को भौगोलिक संकेत (GI) टैग दिया गया है।
![Goa-cashew-kernels](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//Goa-cashew-kernels.jpg)
GI टैग
- GI टैग एक भौगोलिक संकेत होता है जिसे एक विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र से उत्पन्न होने वाले उत्पादों को प्रदान किया जाता है, जो अपने अद्वितीय विशेषताओं और गुणों को दर्शाता है।
- यह अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में एक ट्रेडमार्क के रूप में कार्य करता है। इसे चेन्नई में भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री द्वारा दिया गया है।
गोवा में काजू को GI टैग मिलने से लाभ
- गोवा में काजू को GI टैग मिलने से उपभोक्ताओं को प्रामाणिक गोवा काजू और राज्य के बाहर से प्राप्त काजू के बीच अंतर करने में सहायता मिलेगी तथा बिना रजिस्ट्रेशन के व्यापारी पैकेट पर गोवा काजू का प्रतीक चिंह (LOGO) इस्तेमाल नहीं कर सकते।
- GI टैग मिलने से गोवा में काजू के विपणन तथा अर्थव्यवस्था में लाभ प्राप्त होगा।
- काजू लैटिन अमेरिका के पूर्वोत्तर क्षेत्र ब्राजील का मूल उत्पाद है, जिसे 16वीं शताब्दी (1570) में पुर्तगालियों द्वारा भारत लाया गया।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न : निम्नलिखित में से हाल ही में किस राज्य के काजू को GI टैग प्रदान किया गया है?
(a) अरुणाचल प्रदेश
(b) जम्मू-कश्मीर
(c) उत्तराखंड
(d) गोवा
उत्तर: (d)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : हाल ही में गोवा काजू को GI टैग दिया गया है, यह राज्य की अर्थव्यवस्था में कैसे योगदान कर सकता है? व्याख्या कीजिए।
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