एक शोध के अनुसार, अफ्रीका का विशालकाय गोलियथ बीटल (Goliath Beetle) विलुप्त होने की कगार पर है। शोध के निष्कर्षों के अनुसार दो अन्य विशालकाय कीट गोलियथस रेजियस क्लग (Goliathus regius Klug) और गोलियथस कैसिकस ओलिवियर (Goliathus cacicus Olivier) भी विलुप्त होने के खतरे में हैं।
गोलियथ बीटल के बारे में
- परिचय : गोलियथ बीटल दुनिया के सबसे बड़े कीटों में से एक हैं। इनकी पाँच अलग-अलग प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
- प्रमुख विशेषताएं : 110 मिमी. तक लंबाई, नर के सींग Y-आकार के और मादा सींग रहित
- वंश (Genus) : गोलियथस (Goliathus)
- कुल (Family) : स्काराबेइडे (Scarabaeidae)
- उप-कुल (Subfamily) : सीटोनीनी (Cetoniinae)
- विस्तार : ये अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय जंगलों में पाए जाते हैं जिनमे सिएरा लियोन, लाइबेरिया, गिनी, कोटे डी आइवर, घाना, बुर्किना फासो, युगांडा एवं दक्षिण सूडान आदि देश शामिल हैं।
- भोजन : वयस्क बीटल परिपक्व वर्षावन क्षेत्रों में केवल कुछ वृक्ष प्रजातियों के पराग या रस पर ही भोजन करते हैं।
गोलियथ बीटल की पारिस्थिकी भूमिका
- गोलियथ बीटल वन स्वास्थ्य का एक उत्कृष्ट संकेतक हैं। यदि वे किसी वन में प्रचुर मात्रा में हैं तो इसका तात्पर्य है कि वह वन अन्य प्रजातियों का समर्थन करने के लिए पर्याप्त रूप से अच्छी स्थिति में है।
- बीटल सर्वाहारी होते हैं। ये मांस के साथ-साथ पौधों का भी भक्षण करते हैं जिससे वे अन्य पौधों एवं जानवरों को पोषण देने के लिए पूरे वन पारिस्थितिकी तंत्र में पोषक तत्वों के चक्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
गोलियथ बीटल के समक्ष प्रमुख जोखिम
- प्राकृतिक आवास की क्षति
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से खतरा
- जलवायु परिवर्तन के संभावित प्रभाव
- संरक्षण चुनौतियां
- वनों की कटाई
- भूमि में परिवर्तन
- खनन गतिविधियां
गोलियथ बीटल के संरक्षण के लिए सुझाव
- प्राकृतिक आवास की सुरक्षा
- सामुदायिक भागीदारी
- निगरानी प्रणाली का विकास
- स्थानीय समुदायों में जागरूकता अभियान