ग्रेट ग्रीन वॉल परियोजना (Great Green Wall Project)
अफ्रीका के सहारा क्षेत्र में निम्नीकृत भूमि का पुनर्निर्माण करने तथा विश्व के सर्वाधिक निर्धन क्षेत्र 'साहेल' के निवासियों के जीवन-स्तर में सुधार के उद्देश्य से वर्ष 2007 में ग्रेट ग्रीन वॉल परियोजना शुरू की गई।
इसके अंतर्गत 11 देशों- सेनेगल, मॉरितानिया, माली, बुर्किना फासो, नाइजीरिया, नाइजर, चाड, सूडान, इरिट्रिया, इथियोपिया, जिबूती में लगभग 8000 किमी. ग्रीन वॉल का निर्माण किया जा रहा है ताकि मरुस्थलीकरण और भूमि-क्षरण को रोका जा सके। निर्माण कार्य पूरा होने के उपरांत यह पृथ्वी पर सबसे बड़ी जीवंत संरचना होगी।
इस परियोजना को अफ्रीकी संघ, संयुक्त राष्ट्र मरुस्थलीकरण रोकथाम अभिसमय (UNCCD), विश्व बैंक तथा यूरोपीय आयोग सहित कई भागीदारों के सहयोग से शुरू किया गया था।
इसके अंतर्गत, वर्ष 2030 तक 100 हेक्टेयर निम्नीकृत भूमि का पुनर्निर्माण, 250 मिलियन टन कार्बन प्रच्छादन तथा 10 मिलियन हरित रोज़गार सृजन का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। हालाँकि वर्ष 2007 से 20019 तक केवल 4 मिलियन हेक्टेयर निम्नीकृत भूमि का ही पुनर्निर्माण किया जा सका।
हाल ही में, फंड की कमी के चलते ग्रीन वॉल का निर्माण कार्य रुक गया था। निर्माण कार्य को आगे बढ़ाने के लिये फ्रांस, अफ्रीकी विकास बैंक तथा विश्व बैंक द्वारा क्रमशः 14, 6.5 तथा 5 बिलियन डॉलर की अनुदान राशि की घोषणा की गई है।