प्रारंभिक परीक्षा – ग्रीन अमोनिया (Green Ammonia) मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3
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चर्चा में क्यों
हाल ही में भारत के तमिलनाडु में चिदंबरनार बंदरगाह प्राधिकरण ने 23 सितंबर 2023 को मैसर्स तूतीकोरिन अल्कली केमिकल एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (टीएफएल) के लिए डेमिएटा पत्तन, मिस्र से ग्रीन अमोनिया कंटेनरों को सफलतापूर्वक प्राप्त किया।
प्रमुख बिंदु
- ग्रीन अमोनिया वह अमोनिया है जो जल इलेक्ट्रोलिसिस से नवीकरणीय ऊर्जा और हाइड्रोजन का उपयोग करके उत्पादित किया जाता है।
- इससे ग्रीन अमोनिया का उत्पादन वस्तुतः कार्बन डाइऑक्साइड मुक्त हो जाता है।
ग्रीन अमोनिया
- ग्रीन अमोनिया ऐसा रसायन है जिसका उपयोग मुख्य रूप से यूरिया और अमोनियम नाइट्रेट जैसे नाइट्रोजनयुक्त उर्वरकों के निर्माण में किया जाता है।
- इसका उपयोग अन्य उपयोगों जैसे इंजन संचालन के लिये भी किया जा सकता है।
- ग्रीन अमोनिया के उत्पादन की प्रक्रिया 100% नवीकरणीय और कार्बन मुक्त होती है।
- ग्रीन अमोनिया बनाने के लिए इलेक्ट्रोलिसिस द्वारा हाइड्रोजन तथा नाइट्रोजन को वायु द्वारा अलग किया जाता है।
महत्त्व:
- ग्रीन अमोनिया का उपयोग कार्बन-तटस्थ उर्वरक के उत्पादन, खाद्य पदार्थों को डीकार्बोनाइज़ करने और भविष्य के जलवायु-तटस्थ शिपिंग ईंधन (Climate-Neutral Shipping Fuel) के रूप में किया जा सकता हैl
- ग्रीन अमोनिया के उत्पादन में अक्षय ऊर्जा स्रोतों जैसे- हाइड्रो-इलेक्ट्रिक, सौर ऊर्जा और पवन टरबाइन का उपयोग किया जाता है।
- बढ़ती वैश्विक आबादी के लिये खाद्यान्न उपलब्ध कराने, CO2 मुक्त ऊर्जा उत्पादन, पर्याप्त भोजन का उत्पादन इत्यादि मौजूदा चुनौतियों से निपटने में ग्रीन अमोनिया महत्त्वपूर्ण है।
प्रश्न: हाल ही में किस देश से भारत ने ग्रीन अमोनिया प्राप्त किया?
(a) ब्रिटेन
(b) वियतनाम
(c) चीन
(d) मिस्र
उत्तर: (d)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : ग्रीन अमोनिया क्या है? ग्रीन अमोनिया के महत्त्व को रेखांकित कीजिए।
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स्रोत: पीआईबी