हाल ही में, एन.टी.पी.सी. के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कम्पनी एन.टी.पी.सी. विद्युत व्यापार निगम (NVVN) ने ‘ग्रीन चारकोल हैकथॉन’ की शुरुआत की है।
तीव्र प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देने के लिये यह प्रौद्योगिकी आधारित एक प्रतियोगिता है, जिसके अंतर्गत भारत में तकनीकी विषमता को पाटने के लिये नवोन्मेषी विचारों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
इसके प्रमुख उद्देश्यों में नवाचारी समाधानों से कृषि अवशेषों के दहन की प्रथा को समाप्त कर वायु की गुणवत्ता में सुधार करना, अक्षय ऊर्जा सम्बंधी नई तकनीकों को प्रोत्साहित करना, स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देना तथा किसानों की आय में वृद्धि करना शामिल हैं।
इस हैकथॉन का अंतिम लक्ष्य देश में कार्बन उत्सर्जन को कम करना है।
ध्यातव्य है कि किसानों द्वारा कृषि अवशेषों को जलाने से वायु प्रदूषण में वृद्धि होती है। इसलिये एन.वी.वी.एन. ने कृषि अवशेषों को विद्युत सयंत्रों में ईंधन के रूप में उपयोग करने के लिये इस पहल की शुरुआत की है।
तापन (Torrefaction) की प्रक्रिया के तहत विद्युत सयंत्रों में ईंधन के लिये कृषि अवशेषों को ग्रीन चारकोल में परिवर्तित किया जाता है।