यह ढाँचा कार्बन उत्सर्जन तीव्रता के आधार पर ‘ग्रीन स्टील’ को परिभाषित करता है।
यह वैश्विक स्तर पर इस तरह का पहला वर्गीकरण है, जो भारत को संधारणीय स्टील उत्पादन के लिए मानक निर्धारित करने में अग्रणी बनाता है।
ग्रीन स्टील की परिभाषा:प्रति टन तैयार स्टील में 2.2 टन CO2e से कम CO2 समतुल्य उत्सर्जन तीव्रता वाला स्टील।
स्टार रेटिंग सिस्टम (हरित होने के आधार पर): स्टार रेटिंग की सीमा की समीक्षा हर तीन वर्ष में की जाएगी।
5 स्टार ग्रीन-रेटेड स्टील :उत्सर्जन तीव्रता 1.6 टन से कम
4 स्टार ग्रीन-रेटेड स्टील :उत्सर्जन तीव्रता 1.6 और 2.0 टन के बीच
3 स्टार ग्रीन-रेटेड स्टील :उत्सर्जन तीव्रता 2.0 और 2.2 टन के बीच
नोडल एजेंसी :राष्ट्रीय द्वितीयक इस्पात प्रौद्योगिकी संस्थान (NISST) मापन, रिपोर्टिंग एवं सत्यापन तथा हरित प्रमाणपत्र (वार्षिक रूप से जारी) और स्टार रेटिंग जारी करने के लिए नोडल एजेंसी होगी।