चर्चा में क्यों?
एंटीगुआ और बारबुडा, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर करने 102वां देश बन गया है।
सदस्यता प्रक्रिया
- आरंभ में, मकर रेखा व कर्क रेखा पर अथवा इनके मध्य स्थित देश ही आई.एस.ए. के सदस्य बन सकते थे।
- वर्ष 2020 में हुए एक संशोधन के माध्यम से यह प्रावधान किया गया कि संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देश आई.एस.ए. में शामिल होने के पात्र हैं।
- वर्तमान में आई.एस.ए. फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर और इसकी पुष्टि करने वाले देशों की संख्या (पूर्ण सदस्य) 81 है।
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन
- मुख्यालय : गुरुग्राम (हरियाणा)
- वर्ष 2015 में पेरिस में हुई कॉप-21 बैठक में भारत और फ्रांस के संयुक्त प्रयास से आई.एस.ए. की परिकल्पना की गई थी।
उद्देश्य
- वैश्विक ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिये विभिन्न हितधारकों (संप्रभु राष्ट्र, बहुपक्षीय संगठन, नीति-निर्माताओं और शोधकर्ताओं) को एक साझा मंच उपलब्ध कराना।
- सौर ऊर्जा अनुप्रयोगों को बढ़ावा देते हुए इससे संबंधित वैश्विक बाजार व्यवस्था का विकास करना।
- सतत् विकास की अवधारणा को बढ़ावा देना।
|