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वायरलेस चार्जिंग की बढ़ती संभावनाएँ

चर्चा में क्यों

एक सुविधाजनक तकनीक होने के कारण वर्तमान में वायरलेस चार्जिंग लोकप्रिय उपकरण बनता जा रहा है।

वायरलेस चार्जिंग

  • आधुनिक स्मार्टफोन, वायरलेस चार्जिंग हेतु विद्युत चुंबकीय प्रेरण (Electromagnetic Induction) तकनीक का प्रयोग करते हैं। इस तकनीक में फोन व चार्जर दोनों के लिये कॉपर कुंडली (Coil) की आवश्यकता होती है।
  • जब एक वायरलेस चार्जर पर एक संगत स्मार्टफोन रखा जाता है, तब तेज़ी से बदलता चुंबकीय क्षेत्र स्मार्टफोन के अंदर मौजूद कॉपर कुंडली के साथ अंत: क्रिया करता है।
  • चुंबकीय क्षेत्र एक संलग्न कुंडली में विद्युत ऊर्जा उत्पन्न करता है। उत्पन्न विद्युत सलंग्न क्षेत्र से अंत: क्रिया करता है, जिससे बैटरी चार्ज हो जाती है।
  • हालाँकि, चार्जिंग की इस तकनीक में तार-युक्त चार्जिंग से अधिक बिजली की खपत होती है।
  • वायरलेस चार्जिंग के इस रूप को ‘टाइट-कपल्ड इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्टिव चार्जिंग’ कहा जाता है।
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