नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज (NIDDK) के अनुसार, हाशिमोटो विकार एक स्व-प्रतिरक्षी विकार (ऑटोइम्यून डिसऑर्डर) है जो हाइपोथायरायडिज्म या अल्पसक्रिय थायरॉयड का कारण बन सकता है।
हालाँकि, कुछ मामलों में यह हाइपरथायरायडिज्म या अतिसक्रिय थायरॉयड का कारण भी बन सकता है।
इसको ‘हाशिमोटो थायरायडाइटिस’ या ‘क्रोनिक लिम्फोसाईटिक थायरायडाइटिस’ के नाम से भी जाना जाता है। यह तब होता है जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली थायरॉयड ग्रंथि पर हमला करती है।
थायरॉयड हार्मोन शरीर के ऊर्जा उपयोग को नियंत्रित करते हैं जो लगभग प्रत्येक अंग को प्रभावित करते हैं। इसमें हृदय गति पर प्रभाव भी शामिल है।
इसका कोई विशिष्ट उपचार नहीं हैं किंतु समग्र रूप से थायरॉयड स्वास्थ्य को बेहतर करने से इसके जोखिम को कम किया जा सकता हैं। बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर हाशिमोटो विकार (Hashimoto’s Disease) से पीड़ित हैं।
हाशिमोटो रोग महिलाओं एवं महिला शरीर रचना वाले लोगों में अधिक सामान्य है और यह प्राय: मध्यम आयु वर्ग की महिलाओं में देखा जाता है। यह किसी भी आयु में हो सकता है।
हाशिमोटो रोग के विकास के कुछ कारकों में थायरॉइड रोग का पारिवारिक इतिहास, रुमेटॉइड गठिया, ल्यूपस या टाइप 1 मधुमेह जैसी अन्य स्व-प्रतिरक्षी विकार शामिल हैं।
NIDDK के अनुसार हाशिमोटो रोग के सामान्य लक्षण
थकान व कब्ज
वजन में वृद्धि एवं वजन कम करने में कठिनाई
ठंड के प्रति संवेदनशीलता
जोड़ों एवं मांसपेशियों में दर्द
शुष्क त्वचा या शुष्क व पतले बाल
अत्यधिक या अनियमित मासिक धर्म या प्रजनन संबंधी समस्याएँ