एयरोस्पेस नवाचार के क्षेत्र में, बेंगलुरु स्थित CSIR की राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशालाओं (NAL) द्वारा तैयार किया गया हाई एल्टीट्यूड प्लेटफ़ॉर्म (HAP) वाहन एक गहन प्रौद्योगिकी नवाचार है।
यह एक सौर ऊर्जा चालित मानव रहित हवाई वाहन (UAV) है जो दृश्य रेखा से परे संचालन में सक्षम है और एक छद्म उपग्रह के रूप में काम कर सकता है।
इस नवाचार के परीक्षण के बाद भारत दक्षिण कोरिया और यूनाइटेड किंगडम के बाद हाई एल्टीट्यूड स्यूडो सैटेलाइट (HAPS) तकनीक में शीर्ष दावेदारों में शामिल हो गया है।
क्या होता है हाई एल्टीट्यूड प्लेटफ़ॉर्म (HAP) वाहन
हाई एल्टीट्यूड प्लेटफ़ॉर्म व्हीकल (High Altitude Platform Vehicle, HAPV) एक प्रकार की वायुयान होता है जिसे विशेषरूप से अधिक ऊँचाई पर स्थिति बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
यह वायुयान अधिक ऊँचाई पर टिके रहकर संचार, सर्वेलेंस, नजर रखने और अन्य अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त होता है।
विशेषताएँ :
HAPV विशेष रूप से अधिक ऊँचाई पर स्थिर रहकर काम कर सकता है, जो कि कई किमी. तक पहुँच सकती है। इससे उसे संचार नेटवर्क, सर्विलांस और अन्य सुरक्षा अनुप्रयोगों में मदद मिलती है।
इन वाहनों की अधिक ऊँचाई पर स्थिर बने रहने की विशेषता स्थानीय और दूरस्थ संचार के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है।
ऐसे वाहनों को सर्विलांस में भी उपयोग किया जा सकता है, जैसे कि फ्रंटियर्स के सीमा क्षेत्रों में और संवेदनशील स्थानों पर।
इन विमानों को इस प्रकार डिज़ाइन किया जाता है कि ये ऊँचाई के साथ-साथ कम तापमान पर भी काम करने में सक्षम होते हैं।
प्रणोदन और संचालन के लिए ये वाहन सौर ऊर्जा का उपयोग करते हैं। संचालन की ऊर्जा के लिए इनके पंखों के फैलाव को सौर फोटोवोल्टिक सेल के साथ डिज़ाइन किया जाता है।