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मदुरै के निकट चोल युग का ऐतिहासिक शिलालेख खोजा गया

चर्चा में क्यों?

  • हाल ही में चोल युग का ऐतिहासिक शिलालेख मदुरै जिले के मेलूर के पास मेलवलावु में सोमगिरी पहाड़ियों के ऊपर खोजा गया है।

शिलालेख के बारे में:

  • काल: लगभग 1000 ईस्वी
  • शासक: राजराजा चोल
  • विशेष उपाधि: “राजा राजा मुमुदिचोला” - पांड्या देश में प्रयोग की गई एक सम्मानजनक उपाधि

ऐतिहासिक संकेत:

  • राजराजा चोल के शासनकाल में पांड्या क्षेत्र पर प्रभाव
  • वीरनारायण पल्लवनारायण नामक सैन्य कमांडर द्वारा क्षेत्र अधिग्रहण
  • मलयप्पा संबू द्वारा मंदिर स्थल तक पहुँचने हेतु चट्टानों पर सीढ़ियाँ बनाने का प्रयास

खोज व अध्ययन:

  • खोजकर्ता:
    • धमिज़धासन (सांस्कृतिक पारिस्थितिकीविद्, मदुरै नेचर कल्चरल फाउंडेशन)
    • प्रो. देवी अरिवु सेल्वम (मंदिर वास्तुकार एवं मूर्तिकला विशेषज्ञ)
  • प्रतिलिपि निर्माण:
    • आर. उदय कुमार व टी. मुथुपेडी (पांड्या नाडु ऐतिहासिक अनुसंधान केंद्र)

चोल साम्राज्य:

  • संस्थापक : विजयालय चोल (9वीं शताब्दी)
  • प्रसिद्ध शासक : राजराजा प्रथम, राजेंद्र प्रथम
  • क्षेत्रीय विस्तार : उत्तर में तुंगभद्रा नदी से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक
  • प्रसिद्ध मंदिर : राजराजेश्वर / बृहदेश्वर मंदिर (राजराजा I), दारासुरम मंदिर (राजराजा II)
  • विशेषताएँ : दीर्घकालिक शासन, मंदिर स्थापत्य, नौसेना शक्ति, दक्ष प्रशासन

प्रश्न: हाल ही में खोजा गया चोल शिलालेख किस शासक से संबंधित है?

(a) राजेंद्र चोल

(b) विजयालय चोल

(c) राजराजा चोल

(d) कुलोत्तुंग चोल

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