मुंबई में एक हाई-प्रोफाइल मेडिको-लीगल मामले में घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद पोस्ट-ऑपरेटिव संक्रमण के कारण एक ऑर्थोपेडिक सर्जन और एक प्रसिद्ध अस्पताल मुकदमे का सामना कर रहे हैं। इसीप्रकार, बैंगलोर में भी एक मरीज वेंटिलेटर से जुड़े मरीज वेंटीलेटर से जुड़े एसिनेटोबैक्टर निमोनिया से संक्रमित हो गया
ये दोनों ही मामले स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों, विशेष रूप से मान्यता प्राप्त अस्पतालों में सामना की जाने वाली गंभीर चुनौतियों को उजागर करते हैं। ये अस्पताल-अधिग्रहित संक्रमण (Hospital-Acquired Infection : HAI) प्रबंधन, रोगियों के लिए वित्तीय निहितार्थ एवं स्वास्थ्य सेवा वितरण के नैतिक विचारों के व्यापक मुद्दों को दर्शाते हैं।
क्या है अस्पताल-अधिग्रहित संक्रमण
अस्पताल-अधिग्रहित संक्रमण ऐसे संक्रमण हैं जो मरीज़ों को चिकित्सा या शल्य चिकित्सा संबंधी स्थितियों के लिए उपचार प्राप्त करते समय होते हैं।
वैश्विक स्तर पर HAI स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था में सबसे आम जटिलताओं में से एक है जो रुग्णता, मृत्यु दर और वित्तीय लागत में अत्यधिक वृद्धि करता है।
इंटरनेशनल नोसोकोमियल इंफेक्शन कंट्रोल कंसोर्टियम (INICC) द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, उच्च आय वाले देशों की तुलना में निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों में HAI खतरा 20 गुना तक अधिक हो सकता है।
HAI के वित्तीय दुष्प्रभाव
संयुक्त राज्य अमेरिका में HAI के उपचार पर प्रतिवर्ष अनुमानित $45 बिलियन का खर्च आता है।
भारत सहित विकासशील देशों में, सीमित संसाधनों एवं एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध AMR की उच्च दरों के कारण यह लागत और भी बढ़ जाती है।
विभिन्न देशों के दृष्टिकोण
अमेरिका
संयुक्त राज्य अमेरिका में मेडिकेयर और मेडिकेड बीमा प्रणाली HAI से जुड़ी लागतों की प्रतिपूर्ति नहीं करती है। अमेरिका के निजी बीमाकर्ता भी इसी प्रणाली का पालन करते हैं।
यह नीति अस्पतालों को HAI के प्रबंधन की लागत के लिए मरीजों से शुल्क न लेने और उनको अपनी जवाबदेही में वृद्धि करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
अमेरिका में अस्पताल अन्य गुणवत्ता संकेतकों के साथ HAI दरों को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करते हैं जिससे रोगियों को सूचित स्वास्थ्य सेवा निर्णय लेने की अनुमति मिलती है।
भारत
भारत अपने विविध स्वास्थ्य देखभाल मानकों और रोगाणुरोधी प्रतिरोध (Antimicrobial Resistance : AMR) के उच्च स्तर के कारण अद्वितीय चुनौतियों का सामना कर रहा है।
यद्यपि कई अस्पतालों को संयुक्त आयोग अंतर्राष्ट्रीय (Joint Commission International : JCI) द्वारा मान्यता प्राप्त है, हालाँकि वैश्विक संस्थानों से मान्यता प्राप्त अस्पताल भी HAI दर को सार्वजनिक रूप से प्रकट करने के लिए बाध्य नहीं है।
अस्पतालों के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (National Accreditation Board for Hospitals : NABH) से मान्यता प्राप्त सभी अस्पताल मासिक आधार पर HAI गुणवत्ता संकेतक डाटा एकत्र करते हैं, लेकिन इन अस्पतालों को सार्वजनिक रूप से इस डाटा को प्रकट करने के लिए बाध्य नहीं किया जाता है।
सुझाव
HAI दर को सार्वजानिक किया जाना :सभी NABH और JCI मान्यता प्राप्त अस्पतालों को अपनी HAI दरों को अनिवार्य रूप से सार्वजानिक करना चाहिए।
इसके लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) या राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) जैसी संस्थाओं की देखरेख में एक निर्धारित मंच की स्थापना की जानी चाहिए।
HAI उपचार का भार का अस्पताल पर :HAI से जुड़े उपचारों के लिए सीधे प्रतिपूर्ति न करने से अस्पताल लागत को मरीजों पर डाल सकते हैं।
इसके बजाय बीमा कंपनियाँ यह अनिवार्य कर सकती हैं कि भुगतान का एक हिस्सा संक्रमण नियंत्रण मानकों को बेहतर बनाने की दिशा में निर्देशित किया जाए।
NABH मान्यता प्राप्त अस्पतालों के लिए, HAI उपचार के लिए नो लॉस-नो प्रॉफिट मॉडल पर विचार किया जा सकता है।
गुणवत्ता के दावों और अस्पताल द्वारा अपनाए गए बेंचमार्क के आधार पर प्रतिपूर्ति मॉडल का पालन किया जा सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय मानकों का अनुपालन : अस्पतालों विशेषकर JCI मान्यता वाले अस्पतालों को HAI के उपचार के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रथाओं का पालन किया जाना चाहिए।