प्रारंभिक परीक्षा – वैश्विक तापन मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र 1 – भूगोल |
चर्चा में क्यों?
- 4 जुलाई, 2023 को पृथ्वी का अब तक का सबसे गर्म दिन मापा गया है।
कितना रहा तापमान?
- 3 जुलाई, 2023 को पहली बार वैश्विक औसत दैनिक तापमान 17 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया, जो कि उस दिन तक का सबसे ज्यादा गर्म दिन था।
- 3 जुलाई के सबसे ज्यादा औसत तापमान 17.01 डिग्री सेल्सियस को उसके अगले ही दिन अर्थात 4 जुलाई को 17.18 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ प्रतिस्थापित कर दिया गया।
- इससे पहले, सबसे गर्म दैनिक तापमान 16.92 डिग्री सेल्सियस था, जो अगस्त 2016 में दर्ज किया गया था।
चिंता का कारण
- 17 डिग्री सेल्सियस का तापमान को बहुत ज्यादा गर्म नहीं माना जा सकता है परन्तु यह विश्व का औसत तापमान है। इस तापमान में विश्व के उष्ण-शीत क्षेत्र शामिल थे जिसके कारण चिंताएं उत्पन्न हो रहीं हैं।
- यह दिन के लिए वैश्विक औसत तापमान का माप है, भूमि और महासागर दोनों का औसत, जिसमें ध्रुवीय क्षेत्र में बर्फ की चादरें और ऊंचे पहाड़ों की बर्फ शामिल है जहां सतह का तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से काफी नीचे है।
- महासागरों का औसत तापमान लगभग 21 डिग्री सेल्सियस है (महासागर पृथ्वी की सतह का लगभग 70% भाग घेरते हैं)।
इसका कारण क्या है?
- इसका कारण अल नीनो स्थितियों की शुरुआत को माना गया है।
- विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में अल नीनो प्रभाव की पुष्टि की है।
- अल नीनो, अल नीनो दक्षिणी दोलन (ईएनएसओ) घटना से सामान्यतः से अधिक गर्म रहता है, जिसके दौरान भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के एक क्षेत्र में समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी) औसत से 0.5 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक गर्म हो जाता है।
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) की चेतावनी
- विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) द्वारा मई 2023 में प्रकाशित अपनी वार्षिक वैश्विक जलवायु स्थिति रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया था कि अगले पांच वर्षों में से कम से कम एक वर्ष (2023 से 2027) रिकॉर्ड पर सबसे गर्म वर्ष होगा, जो 2016 के वर्तमान रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देगा।
- 66% संभावना है कि इनमें से कम से कम एक वर्ष 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को भी पार कर जाएगा, जिसका अर्थ है कि उस वर्ष औसत वैश्विक तापमान पूर्व-औद्योगिक समय की तुलना में कम से कम 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होगा।