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सर्वाइकल कैंसर एवं एचपीवी टीकाकरण (HPV vaccination)

प्रारंभिक परीक्षा – सर्वाइकल कैंसर एवं एचपीवी टीकाकरण (HPV vaccination)
मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-3, विज्ञान और प्रौद्योगिकी

संदर्भ 

  • जनवरी,2024 को सर्वाइकल कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया गया, जिसमें सर्वाइकल कैंसर को सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में प्रदर्शित किया गया।
  • 4 मार्च, 2024 को अंतर्राष्ट्रीय एचपीवी जागरूकता दिवस के रूप में मनाया गया तथा सर्वाइकल कैंसर को रोकने में एचपीवी टीकाकरण के महत्व को रेखांकित किया गया।

HPV-Vaccination

प्रमुख बिंदु 

  • भारत में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में दूसरा सबसे प्रमुख कैंसर है
  • यह 15 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए स्वास्थ्य जोखिम पैदा करता है।
  • सर्वाइकल कैंसर से मरने वाली 10 में से नौ महिलाएं निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रहती हैं।
  • वैश्विक स्तर पर महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर चौथा सबसे सामान्य रूप से होने वाला कैंसर है।

ग्रीवा कैंसर (Cervical cancer):

  • यह एक ऐसी बीमारी है जो दुनिया भर में हजारों महिलाओं के जीवन को प्रभावित करती है।
  • यह भारत में महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है, जो ज्यादातर मध्यम आयु वर्ग को प्रभावित करता है।
  • वर्ष 2022 में भारत में 1,23,907 नए मामले सामने आए और 77,348 की मृत्यु हो गई।

कारण :

  • इसका मुख्य कारण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) संक्रमण की उपस्थिति है। 
  • इसके सह-कारक जैसे कम सामाजिक आर्थिक स्थितियाँ, कम प्रतिरक्षा स्थिति, अन्य जननांग संक्रमण, धूम्रपान आदि, जो कैंसर की शुरुआत और प्रगति को सुविधाजनक बनाते हैं।
  • सर्वाइकल कैंसर का प्रारंभिक चरण में ही पता लगा लिया जाए और इसका प्रबंधन कर लिया जाए, तो इसके ठीक होने की दर 93 प्रतिशत से अधिक पाई गई है।

बचाव 

  • लड़कियों के एचपीवी टीकाकरण से सर्वाइकल कैंसर को रोका जा सकता है।
  • सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए नियमित रूप से पैप स्मीयर टेस्ट आदि करवाना।

भारत की स्थिति :

  • स्तन कैंसर के बाद सर्वाइकल कैंसर दूसरा सबसे आम कैंसर है।
  • 15 वर्ष से अधिक उम्र की लगभग 500 मिलियन महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर का खतरा है।
  • वर्तमान जनसंख्या वृद्धि दर के साथ 2040 में भारत में सभी उम्र के सर्वाइकल कैंसर के नए मामलों की कुल संख्या 1,91,347 होने का अनुमान है।
  • वर्ष 2020 में रिपोर्ट किए गए नए मामलों की संख्या में 54% की वृद्धि दर्ज की गई।
  • भारत में सर्वाइकल कैंसर की घटनाओं की चरम आयु 55-59 वर्ष है।
  • राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम (NCRP) के आंकड़ों से पता चलता है कि स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर के मामले महिलाओं में ज्यादा पाए गए  हैं।

उच्च मृत्यु दर के कारण:

  • जागरूकता की कमी
  • कैंसर का डर
  • रोग के प्रारंभिक लक्षण स्पष्ट न होना
  • महिलाओं की जांच की कमी  

रोकथाम के लिए रणनीतियाँ:

  • एचपीवी महामारी विज्ञान और कैंसर के कारण में इसकी भूमिका के ज्ञान के परिणामस्वरूप रोकथाम और शीघ्र पता लगाने के लिए दो प्रमुख रणनीतियों का विकास हुआ है:
    1.  एचपीवी टीकाकरण। 
    2.  कैंसर पूर्व  जांच।

लक्ष्य :

  • 90% लड़कियों को 15 वर्ष की आयु तक एचपीवी वैक्सीन का टीका लगाया जाना चाहिए।
  •  70% महिलाओं को 35 वर्ष की आयु तक और फिर 45 वर्ष की आयु तक उच्च-प्रदर्शन स्क्रीनिंग टेस्ट का उपयोग करके जांच की जानी चाहिए।
  • सर्वाइकल प्री-कैंसर और कैंसर से पीड़ित 90% महिलाओं को उपचार और देखभाल मिलनी चाहिए।
  • HPV वैक्सीन भारत में वर्ष 2008 में लांच की गई थी।
  • यह वर्ष 2023 से सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा है।

चुनौतियाँ:

  • शोध से पता चलता है कि एचपीवी वैक्सीन पूरे भारत में सभी लड़कियों के लिए व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं है।
  • यह निजी बाजार में काफी अधिक कीमत पर उपलब्ध है।
  • कई चिकित्सक सर्वाइकल कैंसर और एचपीवी संक्रमण की घटनाओं और जोखिम को कम आंकते हैं।
  • टीके की सुरक्षा और प्रभावशीलता में विश्वास की कमी के कारण योग्य किशोरियों के माता-पिता को एचपीवी वैक्सीन की सिफारिश करने में झिझक होती है।
  • चिकित्सक इस कैंसर रोकथाम टीकाकरण की अनुशंसा करने से झिझकते हैं क्योंकि एचपीवी संक्रमण मुख्य रूप से त्वचा से त्वचा के अंतरंग संपर्क के माध्यम से फैलता है।
  • HPV वैक्सीन के बारे में मिथकों और गलत सूचनाओं के बारे में माता-पिता के सवालों का जवाब देने में समय लग सकता है।

एचपीवी वैक्सीन(HPV vaccination):

  • यह एक चतुर्संयोजक टीका है, जिसे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विकसित किया गया है।
  • यह चार सबसे सामान्य प्रकार के एचपीवी 16, 18, 6 और 11 के प्रवेश को रोकता है जिससे संक्रमण, जननांग मस्से और अंततः कैंसर से बचाव होता है।
  • इसका उपयोग सरकारी अभियान में किया जाएगा।
  • यह टीका किशोर लड़कियों को यौन रूप से सक्रिय होने से पहले दिया जाना चाहिए।

प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।

  1. 4 मार्च, 2024 को अंतर्राष्ट्रीय एचपीवी जागरूकता दिवस के रूप में मनाया गया एवं सर्वाइकल कैंसर को रोकने में HPV टीकाकरण के महत्व को रेखांकित किया गया।
  2. सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) संक्रमण की उपस्थिति है 
  3. एचपीवी वैक्सीन भारत में वर्ष 2008 में लांच की गई थी।

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?

(a) केवल एक 

(b) केवल दो 

 (c) सभी तीनों 

(d)  कोई भी नहीं 

उत्तर: (c)

मुख्य परीक्षा प्रश्न : सर्वाइकल कैंसर क्या है ? इसको समाप्त करने में एचपीवी (HPV) टीकाकरण के महत्त्व का उल्लेख कीजिए।

स्रोत: THE HINDU

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