New
GS Foundation (P+M) - Delhi: 5 May, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 11 May, 5:30 PM Call Our Course Coordinator: 9555124124 Request Call Back GS Foundation (P+M) - Delhi: 5 May, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 11 May, 5:30 PM Call Our Course Coordinator: 9555124124 Request Call Back

मानव विकास रिपोर्ट (Human Development Report - HDR)

  • मानव विकास रिपोर्ट (HDR) संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा प्रतिवर्ष प्रकाशित की जाती है। इसकी शुरुआत वर्ष 1990 में हुई थी।
  • इसके प्रमुख उद्देश्य हैं:
    • विभिन्न देशों में मानव विकास (Human Development) का मूल्यांकन करना।
    • मानव कल्याण (Human Well-being) को प्रभावित करने वाली वैश्विक चुनौतियों की पहचान करना।
    • मानव विकास को बढ़ाने के लिए नीतिगत सुझाव (Policy Recommendations) देना।
  • यह रिपोर्ट परंपरागत आर्थिक वृद्धि (Economic Growth) के मापदंडों से आगे बढ़कर स्वास्थ्य (Health), शिक्षा (Education) और जीवन स्तर (Standard of Living) जैसे पहलुओं पर केंद्रित है।

मानव विकास सूचकांक (Human Development Index - HDI)

  • HDI मानव विकास रिपोर्ट का मुख्य सूचकांक (Core Measure) है, जिसे महबूब उल हक (Mahbub ul Haq) और अमर्त्य सेन (Amartya Sen) ने विकसित किया था।
  • यह तीन प्रमुख आयामों (Dimensions) का मूल्यांकन करता है:

आयाम (Dimension)

सूचक (Indicator)

स्वास्थ्य (Health)

जन्म के समय जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy at Birth)

शिक्षा (Education)

अपेक्षित स्कूली शिक्षा वर्ष (Expected Years of Schooling) और औसत स्कूली शिक्षा वर्ष (Mean Years of Schooling)

जीवन स्तर (Standard of Living)

सकल राष्ट्रीय आय प्रति व्यक्ति (Gross National Income - GNI per capita) (PPP आधार पर)

  • HDI का मान 0 (न्यूनतम) से 1 (अधिकतम) के बीच होता है। देशों को निम्न वर्गों में बाँटा जाता है:
    • निम्न मानव विकास (Low Human Development): HDI < 0.550
    • मध्यम मानव विकास (Medium Human Development): 0.550 ≤ HDI < 0.700
    • उच्च मानव विकास (High Human Development): 0.700 ≤ HDI < 0.800
    • अत्यधिक उच्च मानव विकास (Very High Human Development): HDI ≥ 0.800

भारत का प्रदर्शन (India's Performance) - HDR 2023-24

  • मानव विकास रिपोर्ट 2023-24 में भारत का स्थान 193 देशों में से 134वाँ रहा। भारत का HDI मान 0.644 रहा, जो उसे "मध्यम मानव विकास" (Medium Human Development) वर्ग में रखता है।
  • यह 2021 की तुलना में सुधार है, जब भारत का स्थान 135वाँ था।
  • प्रमुख संकेतक (Key Indicators) में सुधार:
    • जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy): 67.2 वर्ष (2021) से बढ़कर 67.7 वर्ष (2022) हुई।
    • अपेक्षित स्कूली शिक्षा वर्ष (Expected Years of Schooling): 12.0 वर्ष से बढ़कर 12.6 वर्ष।
    • औसत स्कूली शिक्षा वर्ष (Mean Years of Schooling): 6.57 वर्ष।
    • सकल राष्ट्रीय आय प्रति व्यक्ति (GNI per capita): $6,542 से बढ़कर $6,951।
  • यह प्रगति भारत के स्वास्थ्य, शिक्षा और आर्थिक मानकों (Economic Standards) में सुधार को दर्शाती है।

असमानता समायोजित मानव विकास सूचकांक (Inequality-adjusted Human Development Index - IHDI)

  • IHDI, HDI को जनसंख्या में आयामों के वितरण में असमानता (Inequality) के अनुसार समायोजित करता है।
  • भारत का IHDI मान 0.444 है, जो इंगित करता है कि असमानता के कारण 31.1% मानव विकास हानि (Loss) हो रही है।

लैंगिक असमानता सूचकांक (Gender Inequality Index - GII)

  • GII तीन प्रमुख क्षेत्रों में लैंगिक असमानताओं (Gender Inequalities) को मापता है:
    • प्रजनन स्वास्थ्य (Reproductive Health): मातृ मृत्यु दर (Maternal Mortality Ratio) और किशोरावस्था में जन्म दर (Adolescent Birth Rates)।
    • सशक्तिकरण (Empowerment): संसद में सीटों का लैंगिक विभाजन और माध्यमिक शिक्षा प्राप्त करने वाले लोगों का प्रतिशत।
    • श्रम बाजार (Labour Market): महिलाओं और पुरुषों की श्रम भागीदारी दर (Labour Force Participation Rate)।
  • भारत का GII मान 0.437 है, और यह 166 देशों में 108वें स्थान पर है।
  • यद्यपि सुधार हुआ है, फिर भी श्रम बाजार में लैंगिक अंतर (Gender Gap) एक प्रमुख चुनौती बना हुआ है।

वैश्विक प्रवृत्तियाँ और प्रमुख जानकारियाँ (Global Trends and Insights)

  • HDR 2023-24 निम्नलिखित वैश्विक प्रवृत्तियों को रेखांकित करता है:
    • असमान पुनर्प्राप्ति (Uneven Recovery): कुछ देशों ने रिकॉर्ड मानव विकास हासिल किया है, जबकि कई गरीब देश अभी भी संकट-पूर्व स्तर पर वापस नहीं आए हैं।
    • बढ़ती असमानता (Widening Inequality): 2020 से पहले दो दशकों तक समृद्ध और गरीब देशों के बीच की खाई (Gap) कम हो रही थी, जो अब फिर से बढ़ने लगी है।
    • वैश्विक सहयोग की आवश्यकता (Need for Global Cooperation): रिपोर्ट एक ध्रुवीकृत (Polarized) विश्व में वैश्विक सहयोग (Global Cooperation) को पुनः कल्पना करने (Reimagining) की आवश्यकता पर बल देती है।
« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR