प्रारंभिक परीक्षा : चक्रवात मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र – 1 और 3 |
संदर्भ
- यूएस नेशनल हरिकेन सेंटर के अनुसार हिलेरी हरिकेन/ तूफ़ान उत्तरी अमेरिका के दक्षिण-पश्चिमी मेक्सिको के तट से प्रारंभ होकर आगे बढ़ते हुए दक्षिणी कैलिफ़ोर्निया में दस्तक दे रहा है जिससे यहाँ बाढ़ और बारिश का ख़तरा बना हुआ है।
तूफान हिलेरी
- उष्णकटिबंधीय तूफान हिलेरी आधिकारिक तौर पर दक्षिणी कैलिफोर्निया में प्रवेश कर गया है, जिससे कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई है और पूरे क्षेत्र में गंभीर बाढ़ और संभावित विनाशकारी हवाओं के बारे में चिंताएं बढ़ गई हैं।
- 70 मील प्रति घंटे की हवा की गति के साथ हिलेरी ने मेक्सिको में बाजा कैलिफ़ोर्निया प्रायद्वीप के उत्तरी भाग में एक उष्णकटिबंधीय तूफान के रूप में दस्तक दी है।
- राष्ट्रीय मौसम सेवा के अनुसार, 25 सितंबर, 1939 के बाद से दक्षिणी कैलिफोर्निया में कोई उष्णकटिबंधीय तूफान नहीं आया है।
- हिलेरी सोकोरो द्वीप से लगभग 95 मील पश्चिम-उत्तरपश्चिम में केंद्रित थीं।
- उष्णकटिबंधीय तूफान हिलेरी से 1 से 3 इंच वर्षा होने की उम्मीद है।
उष्णकटिबंधीय चक्रवात/हरिकेन /तूफान
- उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की उत्पत्ति उत्तरी व दक्षिणी गोलार्द्धों में 8 डिग्री अक्षांश से 15 डिग्री अक्षांश के मध्य महासागर की सतह पर होती है। ये विध्वंसक प्राकृतिक आपदा माने जाते हैं।
- इन्हें हिंद महासागर में चक्रवात, चीन सागर में टाइफून, जापान सागर में टाइफू, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में विली-विली तथा कैरीबियन सागर में हरिकेन कहा जाता है।
- चक्रवात के केंद्र की तरफ चलने वाली वायु की गति के आधार पर ‘विश्व मौसम विभाग’ ने चक्रवातों को निम्नानुसार वर्गीकृत किया है–
- Low pressure area – 17 नॉट से कम (31 कि.मी. प्रतिघंटा)
- Depression– 17-27 (3-49 कि.मी. प्रतिघंटा)
- Deep depression (DD)– 28-33 (50-61 कि.मी. प्रतिघंटा)
- Cyclonic storm (CS)– 34-47 (62-88 कि.मी. प्रतिघंटा)
- Severe cyclonic storm (SCS)– 48-63 (89-117 कि.मी. प्रतिघंटा)
- Very severe cyclonic storm (VSCS)– 64-89 (118-166 कि.मी. प्रतिघंटा)
- Extremely severe cyclonic Storm (ESCS)– 90-119 (167-221 कि.मी. प्रतिघंटा)
- Super cyclonic Storm (SCS) = 120 ( 220 कि.मी. प्रतिघंटा)
- उष्णकटिबंधीय चक्रवात को ऊर्जा की प्राप्ति संघनन के दौरान निष्कासित होने वाली उष्मा से होती है। संघनन के समय ऊष्मा के अधिक मात्रा में निष्कासन के लिये वायुमंडल की आर्द्रता का अधिक होना आवश्यक है।
- उत्तरी गोलार्द्ध में इनकी दिशा वामावर्त (Counter Clockwise) और दक्षिणी गोलार्द्ध में दक्षिणावर्त (Clockwise) होती है।
- चक्रवात की उत्पत्ति के लिये समुद्र की सतह का तापमान कम से कम (Minimum Sea Surface Temperature) 27 डिग्री सेल्सियस होना चाहिये, ताकि वाष्पीकरण के साथ-साथ वायुमंडल की आर्द्रता भी अधिक हो सके और चक्रवात की उत्पत्ति के लिये अनुकूल दशाएँ निर्मित हो सकें।
प्रारम्भिक परीक्षा प्रश्न : निम्नलिखित में से हिलेरी हरिकेन से प्रभावित क्षेत्र कौन-सा है ?
(a) जापान
(b) भारत
(c) उत्तरी अमेरिका
(d) दक्षिणी अमेरिका
उत्तर (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: उष्णकटिबंधीय चक्रवात किसे कहते हैं एवं इससे होने वाली हानि की व्याख्या कीजिए।
|