प्रारंभिक परीक्षा – हासोंग-18 (Hwasong-18) |
चर्चा में क्यों
उत्तर कोरिया ने 18 दिसंबर,2023 को हासोंग-18 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया।
प्रमुख बिंदु
- उत्तर कोरिया ने कहा कि अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल हासोंग-18 का परीक्षण अमेरिका को जवाब देने के लिए ही किया गया है।
- हासोंग-18' मिसाइल का यह तीसरा परीक्षण किया गया था।
- हासोंग-18 एक उत्तर कोरियाई तीन चरणों वाली ठोस-ईंधन वाली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है।
- यह उत्तर कोरिया द्वारा विकसित पहला ठोस-ईंधन वाला आईसीबीएम है।
- पहली बार इसका अनावरण 8 फरवरी 2023 को कोरियाई पीपुल्स आर्मी की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में परेड में किया गया था।
- इसका पहला परीक्षण 13 अप्रैल 2023 को एवं दूसरा परीक्षण जुलाई, 2023 में हो चुका है।
- हासोंग-18 की मारक क्षमता 15 हजार किलोमीटर तक है।
- हासोंग-18 एक शक्तिशाली ठोस ईंधन वाली मिसाइल है।
- ठोस-ईंधन वाले आईसीबीएम अधिक स्थिर होते हैं और लॉन्च से पहले अधिक आसानी से किसी भी जगह ले जाया जा सकता है तथा कुछ ही मिनटों में लॉन्च किया जा सकता है।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए ।
- उत्तर कोरिया ने 18 दिसंबर,2023 को हासोंग-18 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया।
- इसका पहला परीक्षण 13 अप्रैल 2023 को एवं दूसरा परीक्षण जुलाई, 2023 में हो चुका है।
- हासोंग-18 की मारक क्षमता 15 हजार किलोमीटर तक है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (c)
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स्रोत : केसीएनए/रॉयटर्स