संदर्भ
हाल ही में, प्रधानमंत्री ने वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Western Dedicated Freight Corridor) के रेवाड़ी-मदार रेलखंड का वर्चुअल उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- रेवाड़ी-मदार रेलखंड की लंबाई 306 किमी. है, जिसमें से लगभग 79 किमी. लम्बाई हरियाणा के रेवाड़ी तथा महेंद्रगढ़ ज़िलों में और लगभग 227 किमी. रेलखंड राजस्थान के अजमेर, जयपुर, सीकर, अलवर तथा नागौर ज़िलों में है।
- वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का न्यू रेवाड़ी- मदार रेलखंड हरियाणा और राजस्थान में आता है। इस कॉरिडोर में 9 नए मालवाहक कॉरिडोर स्टेशन हैं। इनमें 6 क्रॉसिंग स्टेशन; न्यू भगेगा, न्यू डाबला, न्यू पचार मलिकपुर, न्यू श्रीमाधोपुर, न्यू किशनगढ़ और न्यू सकून हैं जबकि 3 जंक्शन स्टेशन; न्यू रेवाड़ी, न्यू अटेली और न्यू फुलेरा शामिल हैं।
- इस नए मालवाहक कॉरिडोर का उपयोग केवल माल ढुलाई के लिये ही किया जा सकेगा।
- यह कॉरिडोर उत्तर भारत में मल्टी-मॉडल लॉजिस्टक हब और दिल्ली-मुंबई के बीच औद्योगिक कॉरिडोर को जोड़ने में भी सहायक होगा।
- इस नए मालवाहक कॉरिडोर पर मालगाड़ियों की आवाजाही शुरू होने से हरियाणा के रेवाड़ी, मानेसर, नारनौल, फुलेरा और राजस्थान के किशनगढ़ की औद्योगिक इकाइयों को विशेष लाभ होगा।
- यह कॉरिडोर देशभर में किसानों तथा व्यापारियों के समक्ष विकास के नए अवसर सृजित करेगा।
- इसके अतिरिक्त, न्यू अटेली से न्यू किशनगढ़ के बीच विश्व की पहली डबल स्टैक लॉन्ग कंटेनर इलेक्टिक ट्रेन का उद्घाटन भी किया गया, जिसे भारतीय रेल की अनुसंधान इकाई ने डिज़ाइन किया है।
वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर
- वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर उत्तर प्रदेश के दादरी से शुरू होकर देश के सबसे बड़े कंटेनर पोर्ट - जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट, मुंबई तक फैला हुआ है।
- यह कॉरिडोर उत्तर-प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात तथा महाराष्ट्र राज्यों से होकर गुज़रता है।
- कुल 1,504 किमी. लंबे इस कॉरिडोर का निर्माण 100 किमी. प्रति घंटे की अधिकतम गति को ध्यान में रखते हुए किया गया है।