मौसम
- मौसम वायुमंडल में दिन-प्रतिदिन होने वाला परिवर्तन है। इसको प्रभावित करने वाले कारकों में तापमान, वर्षा तथा सूर्य का विकिरण इत्यादि शामिल हैं।
सामान्यतः भारत में प्रमुख मौसम होते हैं-
- दिसंबर से फरवरी तक ठंडा मौसम (सर्दी)
- मार्च से मई तक गर्म मौसम (गर्मी)
- जून से सितंबर तक दक्षिण-पश्चिम मानसून का मौसम (वर्षा)
- अक्टूबर और नवंबर में मानसून के लौटने का मौसम (शरद)
शीत ऋतु
- ठंडे मौसम में सूर्य की सीधी किरणें नहीं पड़ती हैं जिसके परिणामस्वरूप उत्तर भारत का तापमान कम हो जाता है।
ग्रीष्म ऋतु
- गर्मी के मौसम में सूर्य की किरणें अधिकतर सीधी पड़ती हैं। तापमान बहुत अधिक हो जाता है। दिन के समय गर्म एवं शुष्क पवन बहती है जिसे लू कहा जाता है।
मानसून
- मानसून शब्द का जन्म अरबी भाषा के मौसिम शब्द से हुआ है। इस शब्द की उत्पत्ति अरब के समुद्री व्यापारियों ने की थी। समुद्री व्यापारिक चलने वाली हवा को मौसिम कहते थे, जिसे बाद में मानसून के रूप में जाना जाने लगा।
भारत में मानसून कब आता है?
- भारत में मानूसन सबसे पहले केरल पहुंचता है। आमतौर पर इसके केरल पहुंचने की तिथि एक जून तक की होती है। हालांकि, इसमें एक-दो सप्ताह की देरी भी देखी गई है। भारत में हिन्द महासागर और अरब सागर की ओर से दक्षिण-पश्चिम तट पर मानसून सबसे पहले पहुंचता है। इसके बाद मानसूनी हवाएं देश के दक्षिण और उत्तर दिशा की ओर बढ़ती हैं।
भारत में मानसून के प्रकार
- भारत में दो प्रकार के मानसून होते हैं। पहला ग्रीष्मकालीन मानसून और दूसरा शीतकालीन मानसून। भारत में दोनों मानसून का प्रभाव अलग-अलग समय में रहता है। भारत में ग्रीष्मकालीन मानसून अप्रैल से सितंबर तक रहता है और शीतकालीन मानसून अक्टूबर से मार्च तक रहता है।
- भारत में मानसून के दो शाखा हैं- पहला अरब सागर का मानसून और दूसरा बंगाल की खाड़ी का मानसून। ये दोनों भारत में बारिश करते हैं।
- मानसून की वापसी (परिवर्तनीय मौसम) अक्तूबर-नवंबर माह के दौरान होता है ।
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