प्रारंभिक परीक्षा – औद्योगिक उत्पादन सूचकांक मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र:3 - भारतीय अर्थव्यवस्था, आर्थिक विकास |
सन्दर्भ
- हाल ही में, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय(NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2023 में औद्योगिक उत्पादन में 4.2% की वृद्धि हुई है।
- मार्च 2023 में औद्योगिक उत्पादन में 2.3% की वृद्धि हुई थी।
महत्वपूर्ण तथ्य
- अप्रैल में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में 4.9% तथा खनन उत्पादन में 5.1% की वृद्धि हुई है।
- बिजली उत्पादन में 1.1% की गिरावट आई है।
- पूंजीगत वस्तुओं के उत्पादन में 6.2% की वृद्धि हुई, जबकि प्राथमिक वस्तुओं और मध्यवर्ती उत्पादों में क्रमशः 1.9% और 0.8% की मामूली वृद्धि दर्ज की गई।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP)
- औद्योगिक उत्पादन सूचकांक, एक निश्चित अवधि में औद्योगिक उत्पादन की मात्रा में परिवर्तन को दर्शाने वाला पैमाना है।
- IIP को सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा मासिक आधार पर प्रकाशित किया जाता है।
- IIP का आधार वर्ष 2011-2012 है।
- यह एक समग्र संकेतक है जो निम्नलिखित क्षेत्रों की विकास दर को मापता है -
- व्यापक क्षेत्र, अर्थात्, खनन, विनिर्माण और बिजली।
- उपयोग-आधारित क्षेत्र, अर्थात् बुनियादी सामान, पूंजीगत सामान और मध्यवर्ती सामान।
IIP का महत्व
- IIP का उपयोग नीति-निर्माण उद्देश्यों के लिए वित्त मंत्रालय, भारतीय रिजर्व बैंक आदि सहित सरकारी एजेंसियों द्वारा किया जाता है।
- यह विभिन्न विश्लेषणात्मक उद्देश्यों के लिए वित्तीय मध्यस्थों, नीति विश्लेषकों और निजी कंपनियों द्वारा भी बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है।
- इसका उपयोग उत्पादन की भौतिक मात्रा को मापने के लिए किया जाता है।
- इसका उपयोग त्रैमासिक और अग्रिम जीडीपी अनुमानों की गणना के लिए भी किया जाता है।