चर्चा में क्यों?
भारत विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी (वाडा) से मान्यता प्राप्त एथलीट पासपोर्ट प्रबंधन इकाई स्थापित करने वाला दुनिया का 17वाँ देश बन गया है।

प्रमुख बिंदु:
- भारत अब उन देशों की सूची में शामिल हो गया है, जहाँ पहले से यह इकाई मौजूद है,जैसे:
- जर्मनी, चीन, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका।
- इस इकाई का उद्घाटन केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया द्वारा नई दिल्ली में किया गया।
- यह इकाई राष्ट्रीय डोपिंग परीक्षण प्रयोगशाला नई दिल्ली में स्थापित की गई है।
- खेलों में डोपिंग के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करना और निष्पक्ष खेल भावना को बढ़ावा देना।
एथलीट पासपोर्ट प्रबंधन इकाई क्या है?
- प्रारंभ:
- एथलीट बायोलॉजिकल पासपोर्ट (ABP) के संचालन के लिए WADA दिशानिर्देश 1 दिसंबर, 2009 से प्रभावी हैं।
- कार्यप्रणाली:
- यह प्रणाली समय के साथ एथलीट के जैविक मानकों की निगरानी करती है जिससे डोपिंग के प्रभावों की अप्रत्यक्ष पहचान होती है।
- डेटा संग्रह:
- एथलीट का मूत्र नमूना - स्टेरॉयड प्रोफाइल की पहचान हेतु।
- एथलीट का रक्त नमूना - डोपिंग की पहचान हेतु।
- लाभ:
- डोपिंग के नए तरीकों की पहचान।
- लंबी अवधि की निगरानी से प्रदर्शन में कृत्रिम बढ़ोतरी को पकड़ना संभव।
- पारदर्शिता और विश्वसनीयता में वृद्धि।
प्रश्न: भारत विश्व का कौन-सा देश बना है जिसने वाडा से मान्यता प्राप्त एथलीट पासपोर्ट प्रबंधन इकाई स्थापित की है?
(a) 10वाँ
(b) 15वाँ
(c) 17वाँ
(d) 20वाँ
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