(प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिक घटनाक्रम, अंतर्राष्ट्रीय संबंध) (मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 2: भारत एवं इसके पड़ोसी- संबंध) |
संदर्भ
भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे ने स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप (SOUL) सम्मेलन में भाग लेने के लिए 20 से 21 फरवरी, 2025 तक भारत की आधिकारिक यात्रा की।
भूटान के प्रधानमंत्री की हालिया भारत यात्रा
- प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे की यात्रा दोनों देशों के बीच नियमित उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा के अनुरूप है। इस दौरान श्री तोबगे ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक की।
- भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत एवं भूटान के बीच सभी स्तरों पर विश्वास, सद्भावना व आपसी समझ के आधार पर मित्रता और सहयोग के ‘अनुकरणीय संबंध’ (Exemplary Ties) हैं।
भारत-भूटान द्विपक्षीय संबंधों के बारे में
राजनयिक संबंध
- भारत एवं भूटान के बीच औपचारिक राजनयिक संबंध वर्ष 1968 में स्थापित हुए थे।
- भारत-भूटान संबंधों का मूल आधार दोनों देशों के मध्य वर्ष 1949 में हस्ताक्षरित मैत्री एवं सहयोग संधि है, जिसे फरवरी 2007 में नवीनीकृत किया गया।
- भूटान के राजा ने दिसंबर 2021 में प्रधानमंत्री मोदी को भूटान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो से सम्मानित किया था।
व्यापार एवं आर्थिक संबंध
- आयात स्रोत और निर्यात गंतव्य दोनों के रूप में भूटान का शीर्ष व्यापारिक भागीदार भारत ही है।
- द्विपक्षीय व्यापार : वर्ष 2014 से भूटान के साथ भारत का व्यापार (बिजली को छोड़कर) 2014-15 में 484 मिलियन डॉलर से लगभग तिगुना बढ़कर 2022-23 में 1606 मिलियन डॉलर हो गया है जो भूटान के कुल व्यापार का लगभग 73% है।
- भारत द्वारा भूटान को शीर्ष निर्यात : पेट्रोल एवं डीजल, यात्री कार, चावल, लकड़ी का कोयला, सेलफोन, कोक एवं सेमीकोक, सोयाबीन तेल, इलेक्ट्रिक जनरेटर व मोटर, टर्बाइन के पुर्जे, परिवहन वाहन, बिटुमेन आदि।
- भारत द्वारा भूटान से शीर्ष आयात : फेरो-सिलिकॉन, फेरो-सिलिको-मैंगनीज, डोलोमाइट चिप्स, साधारण पोर्टलैंड सीमेंट, सिलिकॉन कार्बाइड, इलायची, सुपारी, संतरे, लोहे या गैर-मिश्र धातु इस्पात के अर्ध-तैयार उत्पाद, बोल्डर, आदि।
- निवेश : भूटान में निवेश का प्रमुख स्रोत भारत ही है जिसमें देश के कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का 50% शामिल है।
- मुक्त व्यापार : भारत-भूटान व्यापार, वाणिज्य एवं पारगमन समझौता, 1972 दोनों देशों के बीच एक मुक्त व्यापार व्यवस्था स्थापित करता है।
- यह समझौता तीसरे देशों को भूटान से निर्यात के शुल्क मुक्त पारगमन का भी प्रावधान करता है।
विकास भागीदारी
- भारत 1960 के दशक की शुरुआत से ही भूटान के सामाजिक-आर्थिक विकास में आर्थिक सहायता दे रहा है।
- 12वीं पंचवर्षीय योजना के लिए, भारत का 4500 करोड़ रुपए का योगदान भूटान के कुल बाह्य अनुदान घटक का 73% है।
- भारत सरकार की सहायता के प्रमुख क्षेत्रों में कृषि एवं सिंचाई विकास, आई.सी.टी., स्वास्थ्य, औद्योगिक विकास, सड़क परिवहन, ऊर्जा, नागरिक उड्डयन, शहरी विकास, मानव संसाधन विकास, क्षमता निर्माण, छात्रवृत्ति, शिक्षा एवं संस्कृति शामिल हैं।
- वर्तमान में भूटान में 83 से अधिक बड़ी तथा मध्यवर्ती परियोजनाएँ (परियोजना से संबद्ध सहायता के तहत परियोजनाएँ) व 524 लघु विकास परियोजनाएँ/एच.आई.सी.डी.पी. कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं।
जलविद्युत सहयोग
- जलविद्युत क्षेत्र में भारत व भूटान के बीच सहयोग वर्ष 2006 के द्विपक्षीय सहयोग समझौते और वर्ष 2009 में हस्ताक्षरित समझौते के प्रोटोकॉल के अंतर्गत आता है।
- भूटान में कुल 2136 मेगावाट की चार जलविद्युत परियोजनाएँ (HEP) पहले से ही चालू हैं और भारत को विद्युत् आपूर्ति कर रही हैं-
- चुखा जल विद्युत् परियोजना (336 मेगावाट)
- कुरिचू जल विद्युत् परियोजना (60 मेगावाट)
- ताला जल विद्युत् परियोजना (1020 मेगावाट)
- मंगदेछू जल विद्युत् परियोजना (720 मेगावाट)
- भूटान सरकार के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2022 में भारत द्वारा भूटान से 2448 करोड़ रुपए मूल्य की बिजली का आयात किया गया है।
शैक्षिक, सांस्कृतिक सहयोग और लोगों के बीच आदान-प्रदान
- भूटान के छात्रों को चिकित्सा, इंजीनियरिंग आदि सहित विभिन्न विषयों में भारत में अध्ययन के लिए प्रतिवर्ष 1000 से अधिक छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जा रही हैं।
- लगभग 4,000 भूटानी छात्र स्व-वित्तपोषित आधार पर भारतीय विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत हैं।
- भारत-भूटान फाउंडेशन की स्थापना वर्ष 2003 में शिक्षा, कला एवं संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में लोगों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ाने के उद्देश्य से की गई थी।
सांस्कृतिक और बौद्ध संबंध
- कई भूटानी तीर्थयात्री भारत में बोधगया, राजगीर, नालंदा, सिक्किम, उदयगिरि व अन्य बौद्ध स्थलों की यात्रा करते हैं।
- राजनयिक संबंधों की 50वीं वर्षगांठ समारोह के एक हिस्से के रूप में भारत सरकार ने 18 लाम नेतेन (बौद्ध भिक्षुओं) और भूटान के केंद्रीय मठवासी निकाय के प्रतिनिधियों की भारत यात्रा प्रायोजित की।
विज्ञान एवं तकनीकी सहयोग
- भूटान भीम ऐप लॉन्च करने वाला दूसरा देश बन गया है जिससे दोनों देशों के बीच वित्तीय संबंध गहरे हुए हैं।
- भूटान के साथ कई प्रौद्योगिकी पहलों पर भारत सहयोग कर रहा है, जैसे- डिजिटल ड्रुक्युल के लिए भूटान के सभी 20 जिलों में गेवोग (गांव) स्तर तक ऑप्टिकल फाइबर बैकबोन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की गई है और भूटान के लिए तीसरे अंतर्राष्ट्रीय इंटरनेट गेटवे की स्थापना के लिए समर्थन।
अंतरिक्ष सहयोग
- अगस्त 2019 में दोनों देश भूटान के लिए एक छोटे उपग्रह के संयुक्त विकास पर सहयोग करने के लिए सहमत हुए।
- नवंबर 2020 में बाह्य अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग में सहयोग पर भारत व भूटान के बीच समझौता ज्ञापन।
- इसरो एवं सूचना व प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक उपग्रह ‘भारत-भूटान सैट’ को 26 नवंबर, 2022 को इसरो के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) द्वारा लॉन्च किया गया।
भूटान में प्रवासी भारतीय
- लगभग 50,000 भारतीय नागरिक भूटान में कार्यरत हैं। ये मुख्यत: निर्माण क्षेत्र, शिक्षा एवं बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में शामिल तकनीकी सलाहकार क्षेत्र में हैं।
- कुछ भारतीय दैनिक मजदूर के लिए भी प्रतिदिन सीमावर्ती कस्बों से भूटान आते-जाते हैं जो दोनों देशों के बीच घनिष्ठ आर्थिक निर्भरता का संकेत है।
भूटान : देशनामा
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- अवस्थिति : दक्षिण-एशिया के पूर्वी हिमालयी क्षेत्र में भारत और चीन के मध्य स्थित
- राजनीतिक व्यवस्था : संवैधानिक राजतंत्र
- जलवायु : उष्णकटिबंधीय
- मुद्रा : नगुलट्रम (Ngultrum)
- अर्थव्यवस्था : $19 बिलियन (PPP 2024 के अनुसार)
- राजधानी : थिंपू
- प्रमुख भाषा : तिब्बती-बर्मन भाषा परिवार की भाषा ‘ज़ोंगखा’ भूटान की आधिकारिक एवं राष्ट्रीय भाषा है।
- क्षेत्रफल : 38394 km2 (विश्व में 131वाँ स्थान)
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