चर्चा में क्यों?
हाल ही में, भारत और डेनमार्क हरित हाइड्रोजन सहित हरित ईंधनों पर संयुक्त अनुसंधान एवं विकास कार्य प्रारंभ करने पर सहमत हुए।
मुख्य बिंदु
- दोनों देशों ने हरित समाधानों, जैसे- हरित अनुसंधान, प्रौद्योगिकी और नवाचार में निवेश की रणनीति पर विशेष ध्यान दिया है। उल्लेखनीय है कि हरित सामरिक भागीदारी कार्य योजना वर्ष 2020-2025 तक पूरी की जानी है।
- यह समझौता संयुक्त राष्ट्र सतत् विकास लक्ष्यों को पूरा करने और पेरिस समझौते के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करके वैश्विक जलवायु संकट को कम करने में योगदान देगा।
- दोनों देशो ने जलवायु व हरित परिवर्तन, ऊर्जा, जल, अपशिष्ट, खाद्यान्न सहित मिशन संचालित अनुसंधान, नवाचार और तकनीकी विकास पर द्विपक्षीय सहभागिता के विकास पर जोर दिया।