प्रारंभिक परीक्षा - राष्ट्रीय राजमार्ग और संबंधित योजनाएँ मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र 3 – बुनियादी ढांचा |
चर्चा में क्यों?
- भारत का राष्ट्रीय राजमार्गों का नेटवर्क, 1.45 लाख किमी, अब संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क है, और पिछले नौ वर्षों में इसमें 59 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
राष्ट्रीय राजमार्ग
- राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क देश में सभी वस्तुओं का 64.5% परिवहन करता है।
- भारत के कुल यात्री यातायात का 90% आवागमन राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क के द्वारा ही सम्पन्न होता है।
- 4-लेन वाला राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क 2013-14 के 18,371 किमी से बढ़कर वर्तमान में 44,654 किमी हो गया है।
- FASTags के उपयोग से टोल प्लाजा पर प्रतीक्षा समय को 47 सेकंड तक कम करने में मदद मिली है, जिसे 2047 तक पूरी तरह से समाप्त करने की परिकल्पना की गई है।
राष्ट्रीय राजमार्गों संबंधित पहल
- भारतमाला परियोजना में सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क कनेक्टिविटी विकसित करने, गैर-प्रमुख बंदरगाहों के लिए सड़क कनेक्टिविटी सहित तटीय सड़कों के विकास की दृष्टि से लगभग 26,000 किमी लंबाई के आर्थिक गलियारे के विकास की परिकल्पना की गई है।
- वित्त वर्ष 2019-25 के लिए राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (एनआईपी) का उद्देश्य नागरिकों को विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा प्रदान करना और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है। वित्त वर्ष 2019-25 में सड़क क्षेत्र में 18% पूंजी व्यय होने की संभावना है।
- राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी): कार्यक्रम का रणनीतिक उद्देश्य संस्थागत और दीर्घकालिक पूंजी का उपयोग करके ब्राउनफील्ड सार्वजनिक क्षेत्र की संपत्तियों में निवेश के मूल्य को बढ़ाना है, जिसे बाद में सार्वजनिक निवेश के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
- नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (एनईटीसी) विकसित किया है जो निपटान और विवाद प्रबंधन के लिए क्लीयरिंग हाउस सेवाओं सहित एक इंटरऑपरेबल राष्ट्रव्यापी टोल भुगतान ढांचा प्रदान करता है।
- राजमार्ग क्षेत्र में सार्वजनिक-निजी-भागीदारी (पीपीपी) को सड़क क्षेत्र में 100% तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के माध्यम से बढ़ावा दिया जाता है, परियोजनाओं को व्यवहार्य बनाने के लिए परियोजना लागत का 40% तक सब्सिडी का प्रावधान, लगातार 100% कर छूट परियोजना के चालू होने के बाद 20 वर्षों तक आदि।
- पीएम गति शक्ति - मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए राष्ट्रीय मास्टर प्लान, बुनियादी ढांचा कनेक्टिविटी परियोजनाओं की एकीकृत योजना और समन्वित कार्यान्वयन के लिए रेलवे और रोडवेज सहित 16 मंत्रालयों को एक साथ लाने के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च किया गया ।
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस