चर्चा में क्यों?
हाल ही में, भारत ने अफगानिस्तान के लिये 80 मिलियन डॉलर मूल्य की उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक विकास परियोजनाओं के चरण-IV का शुभारम्भ किया है। इन नई विकास पहलों में 150 सामुदायिक परियोजनाएँ और काबुल में पानी की आपूर्ति के लिये एक बाँध शामिल है।
मुख्य बिंदु
- भारत ने काबुल के लगभग 20 लाख लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अफगानिस्तान की काबुल नदी बेसिन में शहतूत बांध के निर्माण की घोषणा की।
- ध्यातव्य है कि भारत ने काबुल शहर में सुचारू रूप से विद्युत उत्पादन के लिये वर्ष 2009 में 202 किलोमीटर की फुल-ए-खुमरी ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण किया था।
अफगानिस्तान में भारत की विकासात्मक पहलें
- भारत ने अफगानिस्तान में अब तक विभिन्न विकास योजनाओं के लिये लगभग 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की सहायता की है।
- भारत ने अफगानिस्तान के सभी 34 प्रांतों में 400 से अधिक विकास परियोजनाओं का संचालन किया है।
- अफगानिस्तान के लिये भारत की विकासात्मक सहायता को पाँच श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है:
1. ईरान के माध्यम से वैकल्पिक कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिये 218 किलोमीटर की डेलारम-ज़ारंज सड़क जैसी महत्त्वपूर्ण बुनियादी ढाँचा परियोजनाएँ।
2. भारत-अफगानिस्तान मैत्री बांध और संसद भवन।
3. मानव संसाधन विकास एवं मानवीय सहायता।
4. उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक विकास परियोजनाएँ।
5. हवाई और भूमि सम्पर्क के माध्यम से व्यापार और निवेश को बढ़ाना।
- इसके अलावा, लगभग 65000 से अधिक अफगान छात्रों ने भी विभिन्न छात्रवृत्ति कार्यक्रमों के तहत भारत में अध्ययन किया है।