नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत को जी -20 के लिए भारत के नए शेरपा के रूप में चुना गया है, ये वाणिज्य एवं उद्योग तथा उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल की जगह लेंगे जिन्हें विगत वर्ष सितंबर में जी -20 शेरपा के रूप में नियुक्त किया गया था।
कांत की नियुक्ति भारत द्वारा इस वर्ष के अंत में जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करने से पहले हुई है।
भारत में G-20 लीडर्स समिट पहली बार वर्ष 2023 में आयोजित किया जा रहा हैं। भारत 1 दिसंबर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 तक इसकी अध्यक्षता करेगा।
शेरपा :
राज्य के प्रमुख या सरकार के प्रमुख का व्यक्तिगत प्रतिनिधि होता है जो एक अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन तैयारी करता है, जैसे कि वार्षिक G7 और G20 शिखर सम्मेलन।
शेरपा शिखर सम्मेलन के माध्यम से योजना, बातचीत और कार्यान्वयन कार्यों में संलग्न होते हैं।
वे एजेंडा का समन्वय करते हैं, उच्चतम राजनीतिक स्तरों पर आम सहमति बनाते हैं, और पूर्व-शिखर परामर्श की एक श्रृंखला में भाग लेते हैं।
प्रत्येक सदस्य देश के लिए प्रति शिखर सम्मेलन में केवल एक शेरपा होता है; उसे कई सूस (Sous) शेरपाओं द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।
G-20 के बारे में :
इस समूह का गठन वर्ष 1999 में हुआ था।
यह विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से शीर्ष 20 देशों की सरकारों और उनके केन्द्रीय बैंकों के गवर्नरों के लिये एक सामूहिक मंच के तौर पर काम करता है।
G-20 दुनिया की विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ लाता है, जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 प्रतिशत, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 75 प्रतिशत और दुनिया की दो-तिहाई आबादी के लिए जिम्मेदार है।
G-20 समूह वित्त मंत्रियों और विदेश मंत्रियों की अलग-अलग बैठकों की मेज़बानी भी करता है।
इस समूह का कोई स्थाई सचिवालय या मुख्यालय नहीं है।
सदस्य देश -
अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ ।