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भारत-सिंगापुर संबंध

(मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 2: भारत एवं इसके पड़ोसी- संबंध, द्विपक्षीय व क्षेत्रीय समूह, भारत के हितों पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों व राजनीति का प्रभाव; प्रवासी भारतीय)

संदर्भ 

हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर की आधिकारिक यात्रा के दौरान सिंगापुर के अपने समकक्ष लॉरेंस वोंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। 

प्रधानमंत्री की सिंगापुर यात्रा से संबंधित प्रमुख बिंदु 

  • प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक ले जाने पर सहमति व्यक्त की। 
    • यह दोनों देशों की अपनी भागीदारी को बढ़ाने की प्रतिबद्धता का स्पष्ट संकेत है।
  • दोनों पक्षों के मध्य वार्ता दूसरे भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन में व्यापक चर्चाओं पर आधारित थी। दोनों देश के प्रधानमंत्रियों ने द्विपक्षीय सहयोग के लिए छह स्तंभों की पहचान की है : 
    • स्थायित्व
    • डिजिटलीकरण
    • कौशल विकास
    • स्वास्थ्य सेवा
    • उन्नत विनिर्माण
    • कनेक्टिविटी

दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय वार्ता से संबंधित प्रमुख बिंदु 

  • दोनों नेताओं ने रक्षा एवं सुरक्षा, समुद्री क्षेत्र जागरूकता, शिक्षा, ए.आई., फिनटेक, नई तकनीक, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा ज्ञान साझेदारी में सहयोग की समीक्षा की। 
  • दोनों देशों ने आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के लिए कनेक्टिविटी को मजबूत करने तथा ग्रीन कॉरिडोर परियोजनाओं में तेजी लाने का आह्वान किया। 
  • दोनों प्रधानमंत्रियों ने व्यापक दीर्घकालिक द्विपक्षीय रक्षा साझेदारी के महत्व की पुष्टि की। इस दौरान दोनों देशों ने चार महत्वाकांक्षी समझौतों पर हस्ताक्षर किए जिनमें शामिल हैं : 

डिजिटल प्रौद्योगिकी

डिजिटल प्रौद्योगिकियों में समझौता ज्ञापन डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, साइबर-सुरक्षा, 5G व सुपर-कंप्यूटिंग, क्वांटम कंप्यूटिंग तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देगा।

सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र

सेमीकंडक्टर पारितंत्र साझेदारी समझौता सेमीकंडक्टर-क्लस्टर विकास में सहयोग व सेमीकंडक्टर डिजाइन एवं विनिर्माण में प्रतिभा को प्रोत्साहित करेगा। वैश्विक सेमीकंडक्टर उत्पादन के 10%, वैश्विक निर्माण क्षमता के 5% और सेमीकंडक्टर उपकरण उत्पादन के  20% हिस्से के लिए सिंगापुर उत्तरदायी है। यह समझौता ज्ञापन सिंगापुर की कंपनियों द्वारा भारत में निवेश को सुगम बनाएगा।

स्वास्थ्य एवं चिकित्सा

स्वास्थ्य एवं औषधि समझौते का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा व फार्मास्यूटिकल्स क्षेत्रों में मानव संसाधन विकास में निकट सहयोग को बढ़ावा देना है।

शिक्षा एवं कौशल विकास  

दोनों देशों के मध्य चौथा समझौता शैक्षिक सहयोग एवं कौशल विकास पर केंद्रित है।

अंतर्राष्ट्रीय कानून के लिए प्रतिबद्धता

  • प्रधानमंत्री मोदी और उनके सिंगापुर के समकक्ष ने दक्षिण चीन सागर में तथा उसके ऊपर हवाई क्षेत्र में शांति, सुरक्षा, स्थिरता एवं नौवहन की स्वतंत्रता को बनाए रखने व बढ़ावा देने के महत्व की पुष्टि की। 
  • उन्होंने धमकी या बल प्रयोग के बिना अंतरराष्ट्रीय कानून, विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून अभिसमय, 1982 (UNCLOS) के अनुसार शांतिपूर्ण विवाद समाधान पर जोर दिया।

हालिया यात्रा के लाभ 

  • प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर के पीएम वोंग और राष्ट्रपति शानमुगरत्नम के साथ ही सिंगापुर के दो पूर्व प्रधानमंत्रियों ली ह्सियन लूंग व गोह चोक टोंग के साथ भी अलग-अलग बैठकें कीं।
  • सिंगापुर की उनकी यात्रा समग्र रूप से आसियान के साथ भारत की साझेदारी को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगी। यह भारत की लुक ईस्ट पालिसी और एक्ट ईस्ट पालिसी के लिए महत्त्वपूर्ण है। 

भारत-सिंगापुर द्विपक्षीय संबंध 

प्रारंभिक संबंध 

  • भारत और सिंगापुर के बीच घनिष्ठ संबंधों का इतिहास एक सहस्राब्दी से मजबूत वाणिज्यिक, सांस्कृतिक एवं लोगों के बीच संबंधों पर आधारित है। 
  • आधुनिक संबंधों का श्रेय सर स्टैमफोर्ड रैफल्स को जाता है, जिन्होंने वर्ष 1819 में मलक्का जलडमरूमध्य के मार्ग पर सिंगापुर में एक व्यापारिक स्टेशन स्थापित किया था, जो बाद में एक शाही उपनिवेश बन गया। 
    • यह वर्ष 1867 तक कोलकाता से शासित हुआ। 
  • औपनिवेशिक संबंध संस्थाओं व प्रथाओं, अंग्रेजी के उपयोग और एक बड़े भारतीय समुदाय की उपस्थिति में भी परिलक्षित होता है। भारत वर्ष 1965 में सिंगापुर को मान्यता देने वाले पहले देशों में से एक था। इसी वर्ष दोनों के मध्य राजनयिक संबंधों की भी शुरुआत हुई। 

भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन

  • भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन (India-Singapore Ministerial Roundtable : ISMR) की पहली बैठक 17 सितंबर, 2022 को नई दिल्ली में हुई। 
  • यह बैठक डिजिटल कनेक्टिविटी, फिनटेक, हरित अर्थव्यवस्था, हरित हाइड्रोजन, कौशल विकास एवं खाद्य उत्पादकता जैसे सहयोग के उभरते क्षेत्रों पर केंद्रित थी। 
  • इसने भारत-सिंगापुर रणनीतिक साझेदारी को और बढ़ाने के लिए एक महत्वाकांक्षी रोडमैप प्रदान किया। ISMR की दूसरी बैठक 26 अगस्त, 2024 को सिंगापुर में आयोजित की गई। 
  • इस दौरान दोनों देशों ने पहली बैठक के दौरान चिन्हित की गई भारत-सिंगापुर रणनीतिक साझेदारी की विशेष रूप से डिजिटलीकरण, कौशल विकास, स्थिरता, स्वास्थ्य सेवा व चिकित्सा स्तंभों के तहत प्रगति की समीक्षा की। 
  • इस दौरान दो नए स्तंभों के रूप में उन्नत विनिर्माण व कनेक्टिविटी को बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया। 

विधिक एवं न्यायिक सहयोग

  • सिंगापुर के मुख्य न्यायाधीश सुंदरेश मेनन ने 28 जनवरी, 2023 को भारत के प्रथम सर्वोच्च न्यायालय दिवस समारोह में वार्षिक व्याख्यान के लिए भारत का दौरा किया। 
  • भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ भी सिंगापुर-भारत न्यायिक गोलमेज सम्मेलन के उद्घाटन के लिए 07-10 सितंबर, 2023 तक सिंगापुर की आधिकारिक यात्रा पर थे। 
  • 14 मार्च, 2024 को भारत एवं सिंगापुर ने कानून व विवाद समाधान के क्षेत्र में सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। 

व्यापार एवं आर्थिक सहयोग

  • सिंगापुर आसियान समूह में भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। यह वाणिज्यिक उधारी एवं विदेशी पोर्टफोलियो निवेश के रूप में भारत के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का प्रमुख स्रोत है।  
  • व्यापार : 
    • व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (Comprehensive Economic Cooperation Agreement : CECA) के बाद द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2004-05 में 6.7 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर वर्ष 2023-24 में 35.6 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।
    • सिंगापुर भारत का छठा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार (2023-24) है, जिसकी भारत के कुल व्यापार में हिस्सेदारी 3.2% है। 
  • निवेश : 
    • वित्त वर्ष 2023-24 में सिंगापुर भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) का सबसे बड़ा स्रोत था। 
    • वर्ष 2023-24 के दौरान सिंगापुर से भारत में एफ.डी.आई. इक्विटी प्रवाह 11.774 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। 
    • सिंगापुर से एफ.डी.आई. इक्विटी प्रवाह को आकर्षित करने वाले शीर्ष क्षेत्र हैं : 
      • सेवा क्षेत्र
      • कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर
      • ट्रेडिंग
      • दूरसंचार 
      • ड्रग्स (दवा) एवं फार्मास्यूटिकल्स
    • सिंगापुर में लगभग 9000 भारतीय कंपनियां पंजीकृत हैं जबकि सिंगापुर की 440 से अधिक कंपनियां भारत में पंजीकृत हैं। 
  • कौशल विकास : 
    • विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकास केंद्र स्थापित करने के लिए भारत एवं सिंगापुर के बीच सक्रिय सहयोग है। 
    • सार्वजनिक-निजी समर्थन के साथ कौशल केंद्र परियोजनाएं 6 स्थानों- हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान (उदयपुर), असम (गुवाहाटी), ओडिशा (भुवनेश्वर) और तेलंगाना (हैदराबाद) में पूरी हो चुकी हैं। 
    •  2 परियोजनाएं मध्य प्रदेश (भोपाल) और गुजरात (गांधीनगर) में अभी भी चल रही हैं।
  • फिनटेक : 
    • सिंगापुर में रुपे कार्ड की स्वीकृति के लिए वाणिज्यिक एवं तकनीकी व्यवस्था तैयार की गई है।
    • UPI-पेनाउ लिंकेज सीमा-पार फिनटेक के क्षेत्र में एक अन्य ऐतिहासिक विकास है। 
    • सिंगापुर पहला देश है जिसके साथ भारत ने सीमा-पार व्यक्ति-से-व्यक्ति (P2P) भुगतान सुविधा शुरू की है। 

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहयोग

  • वर्ष 2011 में सिंगापुर का पहला स्वदेश निर्मित माइक्रो-उपग्रह सहित इसरो ने सिंगापुर के कई उपग्रह प्रक्षेपित किए हैं। 
  • सिंगापुर ने अप्रैल 2024 में आसियान-भारत महिला वैज्ञानिक सम्मेलन की सह-मेजबानी की।
  • भारत एवं सिंगापुर ने जुलाई 2024 में डिजिटल स्वास्थ्य व चिकित्सा प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में एक ई-कार्यशाला आयोजित की।

सांस्कृतिक एवं मानवीय संबंध 

  • दोनों देशों के मध्य प्रदर्शन कला, रंगमंच, संग्रहालय आदान-प्रदान, कला, एवं भाषा  के क्षेत्रों में नियमित सांस्कृतिक आदान-प्रदान होते हैं। 
  • सिंगापुर का विशाल भारतीय प्रवासी समुदाय कई सांस्कृतिक समुदायों के माध्यम से सिंगापुर में भारतीय कला रूपों को सक्रिय रूप से बढ़ावा देता है।
    • भारतीय प्रवासी समुदाय : 
      • सिंगापुर की 5.9 मिलियन की आबादी में जातीय भारतीय लगभग 9.1% हैं। 
      • सिंगापुर में रहने वाले 1.6 मिलियन विदेशियों में से लगभग 21% भारतीय नागरिक हैं। 
      • सिंगापुर में भारतीय प्रवासी समुदाय मुख्यत: वित्तीय सेवाओं, आईटी, निर्माण एवं समुद्री क्षेत्रों में सेवारत हैं। 
      • सिंगापुर में भारत के बाहर किसी एक शहर में आई.आई.टी. एवं आई.आई.एम. के पूर्व छात्रों की संख्या सर्वाधिक है। सिंगापुर में लगभग 1 लाख भारतीय प्रवासी कर्मचारी हैं। 
      • तमिल सिंगापुर की चार आधिकारिक भाषाओं में से एक है। सिंगापुर के स्कूलों में हिंदी, गुजराती, उर्दू, बंगाली व पंजाबी भी पढ़ाई जाती है।
      • डी.बी.एस. बैंक सिंगापुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीयूष गुप्ता को बिजनेस श्रेणी में वर्ष 2023 प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

बहुपक्षीय सहयोग 

  • सिंगापुर अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (जून 2023 में) और वैश्विक जैव-ईंधन गठबंधन (सितंबर 2023) में सदस्य के रूप में शामिल हो गया है। 
  • सिंगापुर वर्ष 2021-24 की अवधि के लिए भारत के लिए आसियान देश समन्वयक था, जिसके दौरान भारत-आसियान संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी में अपग्रेड किया गया था। 
  • भारत व सिंगापुर IORA, NAM एवं राष्ट्रमंडल जैसे बहुपक्षीय समूहों का हिस्सा हैं।

देशनामा : सिंगापुर

  • अवस्थिति : दक्षिण-पूर्व एशिया
  • सिंगापुर मुख्य द्वीप उत्तर में जोहोर जलडमरूमध्य द्वारा प्रायद्वीपीय मलेशिया से अलग होता है।
    • यह एक संकरा चैनल है जिसे सड़क व रेल मार्ग से पार किया जाता है।
  • इसकी दक्षिणी सीमा सिंगापुर जलडमरूमध्य से होकर गुजरती है।
  • राजधानी : सिंगापुर सिटी 

  • जनसंख्या : लगभग 59 लाख 
    • कुल आबादी का तीन-चौथाई हिस्सा चीनी समुदाय है। इसके बाद क्रमश:  मलय और भारतीय समूह है।

  • जलवायु : भूमध्यरेखीय जलवायु 
  • प्रचलित धर्म : कन्फ्यूशीवाद, बौद्ध धर्म या ताओवाद, हिंदू, इस्लाम, इसाई
  • आधिकारिक भाषाएँ : अंग्रेजी, मंदारिन चीनी, मलय व तमिल।
  • आधिकारिक मुद्रा : सिंगापुर डॉलर
  • सिंगापुर दक्षिण-पूर्व एशिया का सबसे बड़ा बंदरगाह है और दुनिया के सबसे व्यस्त बंदरगाहों में से एक है। 
  • सिंगापुर की सबसे ऊँची चोटी तिमाह हिल है जिसकी ऊंचाई 162 मीटर है। 
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