हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की समिति ने भारत द्वारा प्रायोजित दो प्रस्तावों को अपनाया है। ये प्रस्ताव परमाणु हथियारों के निषेध का आह्वान करते हैं और ये विश्व में परमाणु हथियारों के आकस्मिक व दुर्घटनावश उपयोग के जोखिमों को कम करने से सम्बंधित हैं।
‘परमाणु हथियारों’ के समूह के तहत इन दोनों प्रस्तावों का नाम ‘परमाणु हथियार उपयोग पर प्रतिबंध’ और ‘परमाणु खतरे को कम करना’ हैं।
ये संकल्प परमाणु निरस्त्रीकरण के लक्ष्य के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को प्रकट करते हैं।
महासभा में वर्ष 1982 से भारत द्वारा ‘परमाणु हथियारों के उपयोग पर प्रतिबंध’ प्रस्ताव को पेश किया गया था।
वर्ष 1998 से प्रस्तुत ‘परमाणु खतरे को कम करने’ से सम्बंधित प्रस्ताव परमाणु हथियारों के उपयोग और परमाणु सिद्धांतों की समीक्षा की आवश्यकता को रेखांकित करता है।