चर्चा में क्यों?
हाल ही में, भारत और वियतनाम के रक्षा मंत्रियों की एक बैठक में रक्षा उद्योग में क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण और संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में सहयोग से जुड़े विषयों पर चर्चा की गई।
मुख्य बिंदु
- मज़बूत भारत-वियतनाम रक्षा सहयोग पर दोनों देशों ने पुनः हामी भरी, जो व्यापक रणनीतिक साझेदारी (Comprehensive Strategic Partnership, 2016) का एक प्रमुख स्तम्भ है।
- भारत ने निकट भविष्य में रक्षा उद्योग सहयोग से जुड़े एक संस्थागत बुनियादी ढाँचे के विकास पर बल दिया।
- वियतनाम ने मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में वियतनामी रक्षा बलों की क्षमता निर्माण में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा दी गई सहायता के लिये भारत को विशेष रूप से धन्यवाद दिया।
- दोनों देशों ने हाइड्रोग्राफी के क्षेत्र में सहयोग पर भी चर्चा की। हाइड्रोग्राफी के द्वारा दोनों देश हाइड्रोग्राफिक डेटा को साझा करने में सक्षम होंगे और इससे नौसैनिक चार्ट के निर्माण में भी सहयता प्राप्त होगी।
- ध्यातव्य है कि वियतनाम ने दिसम्बर 2020 में वियतनाम द्वारा आयोजित होने वाली आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस (ADMM-Plus) के लिये भारत को आमंत्रित किया है।
- ए.डी.एम.एम. प्लस (ASEAN Defence Ministers’ Meeting-Plus ), आसियान और इसके आठ संवाद साझेदार देशों - ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, न्यूज़ीलैंड, कोरिया गणराज्य, रूस एवं संयुक्त राज्य अमेरिका का एक संयुक्त मंच है। क्षेत्र में शांति, स्थिरता एवं विकास के लिये सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मज़बूत करना इस मंच का प्रमुख उद्देश्य है।