चर्चा में क्यों
भारतीय रेलवे के अनुसार, देश की पहली सेमी-हाई स्पीड मालगाड़ी ‘गतिशक्ति’ के दिसंबर 2022 तक शुरू करने की संभावना है।
प्रमुख बिंदु
- वंदे भारत ट्रेनों की अवधारणा पर आधारित ‘गति शक्ति’ में 16-कोच होंगे तथा यह 160 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। इसका निर्माण चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में किया जाएगा।
- प्रत्येक ट्रेन में दुग्ध उत्पादों, मछली, फल और सब्जियों जैसे जल्दी खराब होने वाले सामानों को ले जाने के लिये रेफ्रिजेरेटेड वैगन भी होंगे।
- पीएम गति शक्ति पहल को एक केंद्रित तरीके से लागू करने के लिये रेलवे ने महत्त्वाकांक्षी योजना में तेज़ी लाने के लिये खुर्दा, बिलासपुर, दिल्ली और बेंगलुरू डिवीजनों में अपनी शाखाओं के साथ रेलवे बोर्ड में एक अलग निदेशालय बनाया है।
महत्त्व
- भारतीय रेलवे इन ट्रेनों के माध्यम से ई-कॉमर्स और कोरियर पार्सल सेगमेंट को लक्षित करने की योजना बना रहा है। गौरतलब है कि भारत के ई-कॉमर्स बाज़ार का वर्ष 2024 तक 111 अरब डॉलर, वर्ष 2026 तक 200 अरब डॉलर और वर्ष 2030 तक 350 अरब डॉलर तक पहुँचने की उम्मीद है।
- राष्ट्रीय रेल योजना के अनुसार, भारतीय रेलवे बेहतर का बुनियादी ढाँचे और व्यवसाय विकास योजनाओं के माध्यम से माल ढुलाई में अपनी वर्तमान हिस्सेदारी को 27 प्रतिशत से बढ़ाकर वर्ष 2030 तक 45 प्रतिशत करने का लक्ष्य है।
गति-शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल नीति
- भारतीय रेलवे ने देश भर में 74 नए ‘गति-शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल’ (GCT) स्थानों की पहचान की है, जिनमें से 20 दक्षिण भारतीय राज्यों में प्रधानमंत्री की महत्त्वाकांक्षी ‘गति-शक्ति मल्टी मॉडल कार्गो टर्मिनल’ नीति के तहत हैं।
- विदित है कि रेल कार्गो को संभालने के लिये अतिरिक्त टर्मिनलों के विकास में निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह नीति वर्ष 2021 में शुरू की गई थी।