(मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 2: भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार, भारत के हितों पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव; प्रवासी भारतीय) |
संदर्भ
भारत ने कनाडा से अपने उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा सहित अन्य वरिष्ठ राजनयिकों को वापस बुलाने का निर्णय लिया है। साथ ही, कनाडा के छह राजनयिकों को भारत ने निष्कासित भी कर दिया है। इस प्रकार दोनों देशों के कूटनीतिक संबंध निचले स्तर पर पहुँच गए हैं।
हालिया घटनाक्रम
- यह घटनाक्रम कनाडा सरकार द्वारा जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में कथित भूमिका के लिए छह भारतीय अधिकारियों को ‘पर्सन ऑफ़ इंटरेस्ट’ घोषित करने के बाद हुआ।
- भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा के आरोपों को ‘बेबुनियाद’ बताया है और निज्जर की हत्या में कथित भूमिका के संबंध में सबूत माँगा है। भारत का आरोप है कि यह मामला कनाडा में ट्रूडो सरकार के सामने घरेलू मोर्चे पर आ रही राजनीतिक चुनौतियों से संबंधित है।
भारत-कनाडा द्विपक्षीय संबंध
द्विपक्षीय तंत्र
दोनों पक्षों के पास मंत्रिस्तरीय-रणनीतिक, व्यापार एवं ऊर्जा संवाद, विदेश कार्यालय परामर्श, पर्यावरण पर संयुक्त समिति की बैठक और अन्य क्षेत्र-विशिष्ट संयुक्त कार्य समूह जैसे संवाद तंत्र हैं। भारत-कनाडा विदेश कार्यालय परामर्श 11 अप्रैल, 2023 को ओटावा में आयोजित किया गया।
सुरक्षा सहयोग
- वर्ष 1997 में स्थापित आतंकवाद निरोधक संयुक्त कार्यसमूह की रूपरेखा के माध्यम से आतंकवाद निरोधक मुद्दों पर सहयोग किया जा रहा है।
- फरवरी 2018 में भारत एवं कनाडा के बीच आतंकवाद व हिंसक उग्रवाद का मुकाबला करने के लिए सहयोग की रूपरेखा पर हस्ताक्षर के साथ सुरक्षा सहयोग में वृद्धि हुई है।
असैन्य परमाणु सहयोग
- कनाडा के साथ ‘परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग पर सहयोग’ के लिए जून 2010 में हस्ताक्षर किए गए थे और यह सितंबर 2013 में लागू हुआ।
- इस समझौते के कार्यान्वयन की देखरेख के लिए एक संयुक्त समिति का गठन किया गया था।
- अप्रैल 2015 में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा यात्रा के दौरान परमाणु ऊर्जा विभाग और मेसर्स कैमेको इंक ने वर्ष 2015-2020 में भारत को यूरेनियम अयस्क सांद्र की आपूर्ति के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- सितंबर 2015 में भारत के परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड ने परमाणु सुरक्षा एवं नियामक मुद्दों में अनुभवों का आदान-प्रदान करने के लिए कनाडाई परमाणु सुरक्षा आयोग के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- फरवरी 2018 में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की यात्रा के दौरान भारत के परमाणु ऊर्जा विभाग और कनाडा के प्राकृतिक संसाधन विभाग के मध्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के क्षेत्र में सहयोग के संबंध में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे।
ऊर्जा सहयोग
- सितंबर 2016 में भारत एवं कनाडा के मध्य मंत्रिस्तरीय ऊर्जा वार्ता आयोजित की गई थी।
- फरवरी 2018 में कनाडा के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा के दौरान ऊर्जा वार्ता के दायरे का विस्तार करके इसमें बिजली, ऊर्जा दक्षता एवं नवीकरणीय ऊर्जा को भी शामिल किया गया था।
- भारत के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव ने 17-20 सितंबर, 2023 तक कनाडा के कैलगरी में आयोजित विश्व पेट्रोलियम कांग्रेस-2023 में भाग लिया।
अंतरिक्ष सहयोग
- इसरो एवं कनाडा की अंतरिक्ष एजेंसी ने अक्तूबर 1996 और मार्च 2003 में बाह्य अंतरिक्ष की खोज एवं उपयोग के क्षेत्र में दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।
- इसके तहत उपग्रह ट्रैकिंग और अंतरिक्ष खगोल विज्ञान से संबंधित सहयोग पर मंजूरी दी गई।
- इसरो की वाणिज्यिक शाखा एंट्रिक्स ने कनाडा से कई नैनोसैटेलाइट लॉन्च किए हैं।
- जनवरी 2018 में लॉन्च किए गए अपने 100वें सैटेलाइट PSLV से इसरो ने कनाडा का पहला लियो सैटेलाइट भी प्रक्षेपित किया।
आर्थिक संबंध
- भारत व कनाडा के बीच व्यापार एवं निवेश संबंध दोनों देशों के बीच बहुआयामी साझेदारी का एक अभिन्न अंग हैं।
- वस्तु एवं सेवा व्यापार :
- वर्ष 2022 में वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार 10.50 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
- इसमें भारत का निर्यात 6.40 बिलियन अमेरिकी डॉलर और आयात 4.10 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
- इसी वर्ष के दौरान सेवाओं का द्विपक्षीय व्यापार 8.74 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
- वर्ष 2023 (जनवरी-अक्तूबर) में वस्तुओं के द्विपक्षीय व्यापार में गिरावट आई और यह घटकर 7.65 बिलियन अमेरिकी डॉलर रह गया।
- भारत से कनाडा को निर्यात की जाने वाली प्रमुख वस्तुएँ : रत्न, आभूषण व कीमती पत्थर, दवा उत्पाद, सिले-सिलाए वस्त्र, यांत्रिक उपकरण, कार्बनिक रसायन, हल्के इंजीनियरिंग सामान, लोहा एवं इस्पात की वस्तुएँ आदि शामिल हैं।
- कनाडा से भारत में आयात की जाने वाली प्रमुख वस्तुएँ : दालें, अखबारी कागज, लकड़ी का गूदा, एस्बेस्टस, पोटाश, लौह स्क्रैप, तांबा, खनिज एवं औद्योगिक रसायन आदि शामिल हैं।
- निवेश : कनाडाई पेंशन फंड ने भारत में संचयी रूप से 75 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश किया है। कनाडा में भारतीय कंपनियाँ सूचना प्रौद्योगिकी, सॉफ्टवेयर, इस्पात, प्राकृतिक संसाधन एवं बैंकिंग क्षेत्रों में सक्रिय हैं।
- कृषि : वर्ष 2009 में कृषि सहयोग पर द्विपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसके तहत एक संयुक्त कार्य समूह का गठन किया गया था। कृषि पर संयुक्त कार्य समूह का 5वाँ दौर नवंबर 2017 में आयोजित किया गया।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग
- वर्ष 2012 में दोनों देशों के मध्य सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स (Information & Communication Technology and Electronics : ICTE) में सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे।
- फरवरी 2018 में ICTE के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक संयुक्त घोषणा पर प्रधानमंत्री ट्रूडो की भारत यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे।
- भारत के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव ने ओटावा में आयोजित 7वीं भारत-कनाडा संयुक्त विज्ञान व प्रौद्योगिकी सहयोग समिति में भाग लिया।
- इस दौरान भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) और कनाडा की राष्ट्रीय अनुसंधान परिषद के मध्य औद्योगिक अनुसंधान, विकास व नवाचार में सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- भारत के पृथ्वी विज्ञान विभाग और पोलर कनाडा ने शीत जलवायु (आर्कटिक) अध्ययन पर ज्ञान एवं वैज्ञानिक अनुसंधान के आदान-प्रदान के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया है।
- भारत- कनाडा-इम्पैक्ट्स (IC-IMPACTS) कार्यक्रम के तहत जैव प्रौद्योगिकी विभाग स्वास्थ्य देखभाल, कृषि-जैव प्रौद्योगिकी और अपशिष्ट प्रबंधन में संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं को लागू करता है।
- ‘मिशन इनोवेशन’ कार्यक्रम के तहत भारत सतत जैव ईंधन के क्षेत्रों में विभिन्न गतिविधियों में कनाडा के साथ सहयोग कर रहा है।
कोविड-19 वैक्सीन सहयोग
- फरवरी 2021 में कनाडा सरकार के कोविड-19 वैक्सीन के अनुरोध पर भारत ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और कनाडा की वेरिटी फार्मास्यूटिकल्स के बीच वाणिज्यिक समझौते के तहत कनाडा को 2 मिलियन कोविशील्ड वैक्सीन के निर्यात को मंजूरी दी।
- 3 मार्च, 2021 को वैक्सीन की 500,000 खुराक की पहली खेप भारत से कनाडा पहुंची।
- भारत को कोविड-19 सहायता प्रदान करने के लिए कनाडा सरकार ने ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर आदि के रूप में भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी की सहायता के लिए C$10 मिलियन का दान दिया।
सांस्कृतिक सहयोग
- भारतीय प्रवासी : लगभग 1.8 मिलियन प्रवासी और अन्य 1 मिलियन अनिवासी भारतीय कनाडा में निवास करते हैं। भारतीय प्रवासियों का मुख्य संकेंद्रण ग्रेटर टोरंटो क्षेत्र, ग्रेटर वैंकूवर क्षेत्र, मॉन्ट्रियल (क्यूबेक), कैलगरी (अल्बर्टा), ओटावा (ओंटारियो) एवं विनीपेग (मैनिटोबा) में है।
- शिक्षा :
- दोनों देशों के मध्य शिक्षा आपसी हितों का एक प्रमुख क्षेत्र है। लगभग 230,000 भारतीय छात्र कनाडा में अध्ययनरत हैं।
- वर्ष 2010 में कनाडा के साथ हस्ताक्षरित उच्च शिक्षा पर समझौता ज्ञापन को फरवरी 2018 में नवीनीकृत किया गया था। इसके तहत एक संयुक्त कार्य समूह का भी गठन किया गया है।
- शास्त्री इंडो-कैनेडियन इंस्टीट्यूट एक द्वि-राष्ट्रीय संगठन है जो 120 विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थानों के संघ के माध्यम से भारत तथा कनाडा के बीच शिक्षा व सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देता है।
- कनाडा के मैकगिल, अल्बर्टा, एस.एफ.यू., कैलगरी एवं गुएल्फ़ विश्वविद्यालयों में ICCR चेयर स्थापित की गई हैं।
- कांसुलर मामले
- भारत-कनाडा साझेदारी में लोगों के बीच संबंधों की गतिशील भूमिका को पहचानते हुए दोनों पक्षों ने वर्ष 2018 में कांसुलर मुद्दों को संबोधित करने पर सहमति व्यक्त की।
- इसके तहत भारत-कनाडा कांसुलर वार्ता की स्थापना की गई है।
- दोनों देशों ने वर्ष 1994 में एक पारस्परिक कानूनी सहायता संधि और वर्ष 1987 में प्रत्यर्पण संधि पर हस्ताक्षर किए हैं।
बहुपक्षीय साझेदारी
- वर्तमान वैश्विक चुनौतियों के लिए प्रभावी प्रतिक्रियाएँ विकसित करने के लिए कनाडा एवं भारत बहुपक्षीय मंचों पर मिलकर काम करते हैं। इनमें शामिल हैं :
- अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO)
- प्रशांत गठबंधन (Pacific Alliance)
- संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO)
- संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO)
- विश्व व्यापार संगठन (WTO)
संबंधों में गिरावट
- 18 जून, 2023 को अज्ञात हमलावरों ने कनाडा में गुरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी थी।
- नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स में निज्जर की हत्या के पीछे ‘भारत सरकार के एजेंट’ के संलिप्त होने की बात कही थी। इससे द्विपक्षीय संबंधों में गिरावट आई।
- इसके बाद भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए वीज़ा सुविधाओं को रोक दिया और दोनों देशों के कई राजनयिकों को वापस बुला लिया गया।
वर्तमान मुद्दे का दोनों देशों के संबंधों पर प्रभाव
भारत पर प्रभाव
- भारत तथा कनाडा के बीच बढ़ते तनाव के कारण भारत एवं पश्चिमी देशों के बीच ख़ुफ़िया जानकारी साझा करने में बाधा आ सकती है।
- कनाडा फाइव आईज अलायंस का सदस्य है जिसमें अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया एवं न्यूज़ीलैंड भी शामिल हैं।
- ऐसे में कनाडा इस समूह के अन्य देशों के भारत के साथ संबंधों को बिगाड़ने की कोशिश कर सकता है।
- ऐसा संभव है कि कनाडा, भारत में निवेश कम कर दे या भारतीय छात्रों को अपने यहाँ आने के लिए बढ़ावा न दे।
- इसके अलावा कोई विशेष प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है क्योंकि दोनों देश वास्तव में एक-दूसरे के रणनीतिक समीकरण में शामिल नहीं हैं।
- भारत का अन्य पश्चिमी शक्तियों विशेष रूप से हिंद-प्रशांत में सामान्य रणनीतिक हित वाले देशों के साथ संबंध स्वयं के कूटनीतिक गुणों पर आधारित है।
कनाडा पर प्रभाव
- कनाडा के पेंशन फंड निवेश पर वर्तमान में भारत आकर्षक लाभांश दे रहा है। ऐसे में कनाडा द्वारा अपने निवेश को भारत से निकालने पर आर्थिक क्षति हो सकती है।
- कनाडा में भारतीय प्रवासी समूह के अधिकांश सदस्यों को मताधिकार भी प्राप्त है। ऐसे में सिख वोट बैंक के ध्रुवीकारण के लिए भी वर्तमान कनाडा सरकार द्वारा तुष्टिकरण की नीति अपनाई जा सकती है।
आगे की राह
- वर्तमान में भारत-कनाडा के मध्य राजनयिक संबंध अपने निम्नतम स्तर पर हैं। विशेषज्ञों के अनुसार निकट भविष्य में संबंधों में सुधार की संभावना कम है क्योंकि कनाडा के वर्तमान राजनीतिक नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णय घरेलू राजनीती से प्रेरित है।
- कूटनीतिक जानकारों के अनुसार वर्ष 2025 में कनाडा में होने वाले चुनाव में यदि सत्ता परिवर्तन होता है तब नयी सरकार द्वारा संबंधों में सुधार के लिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं।
- दोनों देशों के मध्य संबंधों में सुधार के लिए कूटनीतिक स्तर पर वार्ता जारी रखनी चाहिए। कनाडा द्वारा बिना प्रमाणिक साक्ष्यों के भारत पर निज्जर की हत्या का आरोप नहीं लगाना चाहिए।
- इसके अतिरिक्त कनाडा सरकार द्वारा अपने देश में सिख अलगाववादी प्रदर्शनों या गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
देशनामा : कनाडा
- अवस्थिति : उत्तरी अमेरिकी महाद्वीप
- क्षेत्रफल के हिसाब से कनाडा दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश (रूस के बाद) है।
- कनाडा भी एक ब्रिटिश उपनिवेश था जिसे वर्ष 1982 में पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त हुई।
- कनाडा, अमेरिका (अलास्का सहित) के साथ 8,890 किमी. लंबी सीमा साझा करता है।
- यह दुनिया की सबसे लंबी सीमा है जिस पर सैन्य बलों द्वारा गश्त नहीं की जाती है।
- कनाडा को छह भौगोलिक क्षेत्रों में विभाजित किया गया है :
- कनाडाई शील्ड
- आंतरिक मैदान
- ग्रेट लेक्स-सेंट लॉरेंस तराई
- अप्पलाचियन क्षेत्र
- पश्चिमी कॉर्डिलेरा
- आर्कटिक द्वीपसमूह
- सर्वोच्च चोटी : माउंट लोगान
- प्रमुख नदियाँ : मैकेंज़ी, युकोन, सेंट लॉरेंस, नेल्सन नदी
- प्रमुख झीलें : ग्रेट लेक्स, विनिपेग झील
- राजधानी : ओटावा
- जनसंख्या : 4 करोड़
- प्रचलित धर्म : ईसाई
- आधिकारिक भाषाएँ : अंग्रेजी एवं फ्रेंच
- आधिकारिक मुद्रा : कैनेडियन डॉलर
|