संदर्भ
हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिका और मैक्सिको के बीच ‘सीमा पर दीवार’ के निर्माण पर रोक लगा दिया है। हालाँकि, इसके विकल्प के रूप में 'स्मार्ट' दीवार की पेशकश की गई है।
स्मार्ट दीवार
- स्मार्ट दीवार में शारीरिक और सशस्त्र गश्त के स्थान पर उन्नत निगरानी तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। दोनों ही देशों के लिये यह सीमा सुरक्षा का प्रस्तावित भविष्य है।
- ‘स्मार्ट वॉल’ तकनीक भौतिक अवरोध की आवश्यकता के बिना सीमा सुरक्षा मुद्दों को हल कर सकती है। यह दीवार सेंसर, राडार एवं निगरानी तकनीक का उपयोग करेगी तथा सीमा पर ब्रेक-इन का पता लगाने व ट्रैक करने में सक्षम होगी। साथ ही, यह तकनीक सीमा सुरक्षा के सबसे कठिन कार्यों को करने में सक्षम है।
पुरानी अवधारणा : नया विकास
- स्मार्ट वॉल की अवधारणा नई नहीं है। ट्रम्प के समय इसकी परिकल्पना स्टील की दीवार के पूरक के तौर पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग के रूप में की गई थी।
- इसमें कहा गया था कि मोबाइल निगरानी टावरों को स्थापित करने के साथ इस आभासी दीवार की पूरी प्रणाली में राडार, कंप्यूटर से लैस सीमा-नियंत्रण वाहन, नियंत्रण सेंसर और भूमिगत सेंसर शामिल होंगे।
- निगरानी टावरों और कैमरों के साथ इसमें थर्मल इमेजिंग का उपयोग किया जाएगा, जो वस्तुओं का पता लगाने में मदद करेगा। यह प्रणाली जानवरों, मनुष्यों और वाहनों के बीच अंतर करने में भी सक्षम होगी और हैण्डहेल्ड मोबाइल उपकरणों को अपडेट्स भेज देगी।
भारत के परिप्रेक्ष्य में इसके लाभ
- इस प्रकार की दीवार आतंकवादियों और तस्करों को रोकने के साथ-साथ भारत की सीमाओं को सुरक्षित करने और सीमा पार से घुसपैठ रोकने में सहायक होगी। अत: भारत के लिये अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने तथा इसके लिये प्रौद्योगिकी के उपयोग करने हेतु यह सर्वाधिक उपयुक्त समय है।
- भारत के संदर्भ में इसके प्रयोग में सीमाओं की अस्पष्टता और उसकी बीहड़ता पर भी विचार किया जाना चाहिये, जहाँ बाड़, दीवारों या किसी भी भौतिक संरचनाओं को खड़ा करना बेहद मुश्किल है। स्मार्ट वॉल को बीहड़ क्षेत्रों में भी संचालित किया जा सकता है।
- लागत-प्रभावशीलता, पर्यावरण को कम नुकसान, भूमि का कम उपयोग और शीघ्र स्थापित किया जाना इसके कुछ अन्य लाभ हैं। साथ ही, इसके वजह से सैनिकों की तैनाती की समस्या भी कम हो जाएगी।