हाल ही में CDS जनरल अनिल चौहान ने दूसरे भारतीय सैन्य विरासत महोत्सव का उद्घाटन किया।
ये महोत्सव नई दिल्ली में 2 दिन तक चलेगा।
पहला सैन्य विरासत महोत्सव 21-22 नवंबर 2023 को आयोजित हुआ था।
आयोजन का उद्देश्य:
भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति, सैन्य इतिहास और;
सैन्य विरासत पर ध्यान केंद्रित करने वाले ग्लोबल और;
इंडियन थिंक टैंक, नॉन-प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन्स, एकेडमिशियन और रिसर्च स्कॉलर्स आदि को जोड़ना है।
केंद्रीय रक्षा मंत्रालय, भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO), संस्कृति मंत्रालय, अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख सरकार का पर्यटन विभाग और ब्रिटिश उच्चायोग इस महोत्सव को आयोजित कर रहे हैं।
इस दौरान सैन्य इतिहास पर कई पुस्तकों का विमोचन किया जाएगा,
इनमें एयर मार्शल विक्रम सिंह (सेवानिवृत्त) द्वारा लिखित ‘बिकॉज ऑफ दिस: ए हिस्ट्री ऑफ द इंडो-पाक एयर वॉर दिसंबर 1971’,
भारतीय सेना और यूएसआई का संयुक्त प्रकाशन ‘वेलोर एंड ऑनर’ और डॉ. मृण्मयी भूषण द्वारा लिखित ‘साइलेंट वेपन्स, डेडली सीक्रेट्स: अनवीलिंग द बायोवेपन्स आर्म्स रेस’ शामिल हैं।
प्रश्न - दूसरे भारतीय सैन्य विरासत महोत्सव का आयोजन कहाँ हो रहा है ?