हिमाचल प्रदेश के नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पॉवर स्टेशन में भारत का पहला ग्रीन हाइड्रोजन पायलट प्रोजेक्ट स्थापित किया गया
इसकी स्थापना सतलुज जल विद्युत निगम द्वारा की जा रही है
इसकी क्षमता 1,500 मेगावाट है
इस परियोजना में बनने वाली हरित हाइड्रोजन का उपयोग नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन की उच्च वेग ऑक्सीजन ईंधन की कोटिंग सुविधा में उसकी दहन ईंधन आवश्यकताओं के लिये किया जायेगा।
इसके साथ ही यह 25 किलोवॉट क्षमता के ईंधन सेल के जरिये बिजली भी पैदा करेगा।
यह परियोजना प्रतिदिन आठ घंटे में 14 किलोग्राम हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करेगी
यह हरित हाइड्रोजन पायलट परियोजना विद्युत क्षेत्र में हरित हाइड्रोजन उत्पादन की बुनियादी सुविधाओं के विकास में तेजी लायेगी
सतलुज जल विद्युत निगम
यह विद्युत मंत्रालय के नियंत्रण में मिनी रत्न श्रेणी-। सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है।
स्थापना - 24 मई, 1988 को भारत सरकार तथा हिमाचल प्रदेश सरकार के संयुक्त उपक्रम के रूप में की गई
यह हिमाचल प्रदेश में भारत के सबसे बड़े 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर स्टेशन को संचालित कर रहा है।