प्रारम्भिक परीक्षा – हाइपरवेलोसिटी एक्सपेंशन टनल परीक्षण मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर- 3 (प्रौद्योगिकी) |
चर्चा में क्यों
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (IITK) द्वारा भारत की पहली हाइपरवेलोसिटी एक्सपेंशन टनल टेस्ट सुविधा की सफल स्थापना और परीक्षण किया गया।
हाइपरवेलोसिटी एक्सपेंशन टनल टेस्ट सुविधा :-
- इस सुविधा के विकास को वर्ष 2018 में 4.5 करोड़ रुपये की राशि के साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) के विज्ञान और प्रौद्योगिकी बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए फंड (FIST) द्वारा समर्थित किया गया था।
- इसे आईआईटी कानपुर के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग में हाइपरसोनिक प्रायोगिक एयरोडायनामिक्स प्रयोगशाला द्वारा विकसित किया गया है।
- इसे S2 नाम दिया गया है, जिसका उपनाम 'जिगरथंडा' (Jigarthanda) है।
- यह 24 मीटर लंबी है।
विशेषता :-
- यह वायुमंडलीय प्रवेश के दौरान आने वाली हाइपरसोनिक स्थितियों का अनुकरण करते हुए 3-10 किमी/सेकेंड के बीच उड़ान गति उत्पन्न करने में सक्षम है।
- यह भारत के अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्रों की क्षमता वृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है।
महत्व:-
- यह गगनयान, Reusable Launch Vehicle (RLV) और हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइलों सहित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) के चल रहे मिशनों के लिए एक मूल्यवान परीक्षण सुविधा है।
- इस में 4 प्रमुख खंड शामिल हैं :- फ्री पिस्टन ड्राइवर, संपीड़न ट्यूब, शॉक / एक्सेलेरेशन ट्यूब और हाइपरसोनिक प्रवाह उत्पन्न करने और बनाए रखने के लिए उच्च वैक्यूम प्रणाली के साथ परीक्षण अनुभाग।
- इस परीक्षण सुविधा के कार्यान्वयन से अधिक एयरोस्पेस इंजीनियरों और शोधकर्ताओं को हाइपरसोनिक अनुसंधान करने में सहायता मिलेगी।
- सुविधा में उत्पन्न अनुसंधान गतिविधियाँ और डेटा मौजूदा वाहनों के साथ-साथ भविष्य के रक्षा और अंतरिक्ष मिशनों के अनुकूलन के लिए एक इनपुट के रूप में कार्य करेंगे।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न :- हाल ही में किस संस्थान के द्वारा भारत की पहली हाइपरवेलोसिटी एक्सपेंशन टनल परीक्षण किया गया है?
(a) IIT बॉम्बे
(b) IIT दिल्ली
(c) IIT कानपुर
(d) IIT खड़गपुर
उत्तर - (c)
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स्रोत : PIB