भारत की पहली एकीकृत कृषि-निर्यात सुविधा जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह, मुंबई में स्थापित की जाएगी
यह सुविधा लॉजिस्टिक्स में अकुशलताओं को दूर करेगी, कई तरह के प्रबंधन में सुधार लाएगी और कृषि उत्पादों को सुरक्षित रखने की अवधि बढ़ाएगी
इससे रसद सुव्यवस्थित होगी, बर्बादी कम होगी और कृषि उत्पादों के बेहतर मूल्य मिलेंगे।
यह नई सुविधा किसानों को सशक्त बनाएगी, रोजगार अवसरों का सृजन करेगी और निर्यात क्षमता में वृद्धि करेगी
यह गैर-बासमती चावल, मक्का, मसाले, प्याज और गेहूं जैसी प्रमुख वस्तुओं के निर्यात को पूरा करेगी।
जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह, फ्रोजिन मीट उत्पादों और अन्य समुद्री उत्पादों के लिए एक प्रमुख प्रवेश द्वार है
इसलिए नई सुविधा मुंबई से दूर के क्षेत्रों से मीट और समुद्री उत्पादों के निर्यातकों को भी सहायता प्रदान करेगी।
विशेष रूप से छोटे निर्यातकों को बंदरगाह आधारित सुविधा से लाभ होगा, जिससे रसद, कंटेनर बुकिंग, कोल्ड चेन लॉजिस्टिक्स और निर्यात संचालन में उनकी क्षमताओं में सुधार होगा।
प्रश्न - भारत की पहली एकीकृत कृषि-निर्यात सुविधा की स्थापना कहाँ की जा रही है ?