(प्रारंभिक परीक्षा के लिए – स्वदेशी लाइट कॉम्बैट विमान तेजस)
(मुख्य परीक्षा के लिए, सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र : 3 - सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियाँ एवं उनका प्रबंधन, देशज रूप से प्रौद्योगिकी का विकास)
संदर्भ
- रक्षा मंत्रालय के अनुसार अगले कुछ वर्षों में, स्वदेशी लाइट कॉम्बैट विमान तेजस, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल को ले जाने और लॉन्च करने में सक्षम होगा।
- ब्रह्मोस-एनजी (अगली पीढ़ी) संस्करण के निर्माण होने के बाद ही यह संभव होगा।
- ब्रह्मोस-एनजी का वजन मौजूदा संस्करण की तुलना में लगभग आधा होगा, जिससे भविष्य में इसे वायु सेना के अन्य लड़ाकू विमानों पर भी तैनात किया जा सकेगा।
- ब्रह्मोस-एनजी का वजन लगभग 1330 किलोग्राम तथा लंबाई लगबहग 6 मीटर होगी, जबकि ब्रह्मोस का वर्तमान संस्करण लगभग 9 मीटर की लंबाई के साथ 2650 किलोग्राम वजन का है।
तेजस
- तेजस का निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा किया जा रहा है।
- इसे मिग-21 के स्थान पर भारतीय सेना में शामिल किया जाएगा।
- तेजस एक मल्टी-रोल, सिंगल-इंजन, डेल्टा विंग सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है।
- यह विमान एक चौथी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जो सक्रिय इलेक्ट्रॉनिक स्कैन एरे (एईएसए) रडार, एक इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (ईडब्ल्यू) सूट जैसे संचालन में सक्षम है, इसमें एक नेटवर्क युद्ध प्रणाली शामिल है जिसमें सॉफ्टवेयर डिफाइंड रेडियो (एसडीआर) शामिल है।
- तेजस में एक विशिष्ट 'ग्लास कॉकपिट' शामिल है, जिसमें पायलट को वास्तविक समय में जानकारी प्रदर्शित की जाती है।
- तेजस में एवियोनिक्स के लिए ओपन आर्किटेक्चर सॉफ्टवेयर भी है, जिसे डीआरडीओ द्वारा जरूरत पड़ने पर अपडेट किया जा सकता है।
- इसमें डिजिटल कंप्यूटर आधारित अटैक सिस्टम और ऑटोपायलट मोड है।
- यह सैटेलाइट एडेड इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम से लैस है।
- यह हवा-से-हवा, हवा से सतह, सटीक-निर्देशित, हथियारों की एक रेंज को ले जाने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- यह उड़ान के दौरान ही आकाश में ईंधन भरने की क्षमता रखता है।
- यह अधिकतम 4000 किलो. तक का पेलोड ले जाने मे सक्षम है।
- तेजस अधिकतम गति 1.8 मैक की गति से उड़ान भर सकता है।
- इस विमान की रेंज 3,000 किमी.है।