संदर्भ
हाल ही में, भारतीय वैज्ञानिकों ने एक कम लागत वाली ‘ऑप्टिकल स्पेक्ट्रोग्राफ’ को डिजाइन और विकसित किया है।
मुख्य बिंदु
- इस स्पेक्ट्रोग्राफ को ‘एरीज़-देवस्थल फैंट ऑब्जेक्ट स्पेक्ट्रोग्राफ एंड कैमरा’ (Aries-Devasthal Faint Object Spectrograph & Camera-ADFOSC)नाम दिया गया है।
- इसे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के एक स्वायत्त संस्थान‘आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑब्ज़र्वेशनल साइंसेज़’ नैनीताल में विकसित किया गया है।
- यह स्पेक्ट्रोस्कोप देश में मौजूद खगोलीय स्पेक्ट्रोग्राफ्स में सबसे बड़ा है। इसको देश और एशिया में सबसे बड़े ‘देवस्थल ऑप्टिकल टेलिस्कोप’ पर नैनीताल के पास स्थापित किया गया है।
लाभ
- यह ब्लैक होल्स से लगे क्षेत्रों के साथ-साथ ब्रह्माण्ड में होने वाले विस्फोटों में दूर अवस्थित तारों व आकाशगंगाओं से निकलने वाले हल्के व धुँधले प्रकाश के स्रोत का पता लगभग 1 फोटॉन प्रति सेकंड की दर से लगाने में सक्षम है।
- दूर स्थित आकाशीय स्रोतों से आने वाले फोटॉनों को टेलिस्कोप से संग्रहित किया जाता है तथा स्पेक्ट्रोग्राफ द्वारा इसको विभिन्न रंगों में क्रमबद्ध किया जाता है और अंततः इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड योग्य संकेतों में परिवर्तित कर दिया जाता है।
- भारत में ए.डी.एफ.ओ.एस.सी. जैसे जटिल उपकरणों के निर्माण का प्रयास खगोल विज्ञान व खगोल भौतिकी में ‘आत्मनिर्भर’ बनने में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।