चर्चा में क्यों?
हाल ही में, राजस्थान में 50 लाख से अधिक लोग इंदिरा रसोई योजना (एक रसोई योजना) से लाभान्वित हुए हैं । यह योजना अगस्त 2020 में शुरू की गई थी।
प्रमुख बिंदु.
- उद्देश्य: गरीब और ज़रूरतमंद लोगों को रियायती दरों पर दिन में दो बार पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना।
- योजना के तहत, प्रत्येक प्लेट में 100 ग्राम दाल और सब्ज़ी, 250 ग्राम चपाती और अचार दिया जाता है।
- ध्यातव्य है कि इस रसोई का उद्देश्य, विश्व खाद्य दिवस, 2020 की थीम “ग्रो, नरिश एंड सस्टेन टुगेदर” (Grow, Nourish, Sustain. Together) के उद्देश्यों को पूरा करना है।
- कार्यान्वयन: इस योजना के सफल कार्यान्वयन के लिये स्थानीय स्वैच्छिक संगठनों को बस स्टैंड, रेलवे स्टेशनों और अस्पतालों निकट केन्द्रों की स्थापना के लिये अनुबंधित किया गया है।
- पृष्ठभूमि: वर्तमान राजस्थान सरकार ने पिछली अन्नपूर्णा रसोई योजना को रद्द कर दिया, जिसमें तमिलनाडु की अम्मा उनागम (अम्मा कैंटीन) की तर्ज़ पर नाश्ता और दोपहर का भोजन दिया जा रहा था।
- निगरानी: योजना के कार्यान्वयन की निगरानी ज़िला अधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति करेगी। खाद्य गुणवत्ता की निगरानी के लिये एक विशेष ऐप भी बनाया गया है।
- लक्ष्य: इस योजना के तहत राज्य में प्रतिदिन 1.34 लाख लोगों की सेवा करने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक इस योजना से पूरे राज्य में 50.30 लाख लोग लाभान्वित हुए हैं।
विश्व खाद्य दिवस
- प्रत्येक वर्ष 16 अक्तूबर को दुनिया भर में विश्व खाद्य दिवस (World Food Day) मनाया जाता है।
- वर्ष 1945 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा शुरू किये गए खाद्य और कृषि संगठन की स्थापना की तिथि के सम्मान में यह वार्षिक दिवस मनाया जाता है।
- विश्व खाद्य दिवस पर कई अन्य संगठन, जैसे इंटरनेशनल फंड फॉर एग्रीकल्चरल डेवलपमेंट, वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम आदि भी सहयोग करते हैं।