New
GS Foundation (P+M) - Delhi: 5 May, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 11 May, 5:30 PM Call Our Course Coordinator: 9555124124 Request Call Back GS Foundation (P+M) - Delhi: 5 May, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 11 May, 5:30 PM Call Our Course Coordinator: 9555124124 Request Call Back

सिंधु नदी तंत्र - उद्गम, सहायक नदियाँ और प्रमुख परियोजनाएँ

  • सिंधु नदी तंत्र (Indus River System) भारतीय उपमहाद्वीप का एक प्रमुख नदी तंत्र है। 
  • यह तंत्र एशिया के सबसे बड़े और प्राचीन नदी प्रणालियों में से एक है।

सिंधु नदी

  • सिंधु नदी का उद्गम  मानसरोवर झील के पास तिब्बत के बोखर चू क्षेत्र में एक ग्लेशियर से होता है 
  • सिंधु नदी दमचोक के पास भारत में प्रवेश करती है।  
  • यह भारत में सिर्फ जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख से होकर बहती है
  • यह नदी चिल्लास के पास पाकिस्तान में प्रवेश करती है।
  • सिंधु नदी कराकोरम और लद्दाख पर्वतमाला के बीच बहती है
  • इसकी प्रमुख बायीं तटवर्ती सहायक नदियों में जास्कर नदी, सुरू नदी, झेलम नदी, चिनाब नदी, रावी नदी, ब्यास नदी, सतलुज नदी शामिल हैं।
  • इसकी प्रमुख दाहिनी तटवर्ती सहायक नदियों में श्योक नदी, गिलगित नदी, हुंजा नदी, स्वात नदी, कुन्नार नदी, कुर्रम नदी, गोमल नदी और काबुल नदी शामिल है
  • सिंधु नदी कराची के पास विशाल सिंधु नदी डेल्टा के माध्यम से अरब सागर में गिरती है।

श्योक नदी 

  • श्योक नदी कराकोरम रेंज में  रिमो ग्लेशियर से निकलती है  
  • इसका नाम लद्दाखी शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ है 'मृत्यु की नदी'। 
  • यह उत्तरी लद्दाख से होकर सिन्धु नदी के समानांतर बहती है।
  • इसके बाद यह पाकिस्तान प्रशासित गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में प्रवेश करती है
  • इसकी लंबाई लगभग 550 किमी है।
  • इसकी मुख्य सहायक नदी नुबरा नदी है।
  • यह स्कार्दू (पाकिस्तान) में सिंधु नदी से मिल जाती है।

सतलज नदी 

  • इसका प्राचीन नाम शतुर्दि है 
  • इसका उद्गम तिब्बत में राकसताल झील से होता है 
  • शिपकिला दर्रे से होकर यह भारत में प्रवेश करती है 
  • भारत में यह हिमाचल प्रदेश, पंजाब में बहती है 
  • इसकी लम्बाई 2459 किमी है 
  • यह भारत - पाकिस्तान के बीच सीमा का निर्माण  करती है 
  • सतलज नदी सिंधु की सबसे दक्षिणी सहायक नदी है।
  • यह भारत में सिंधु की सबसे लंबी सहायक नदी है।
  • यह सिंधु की एकमात्र सहायक नदी है जो तिब्बत से निकलती है।
  • इसकी सहायक नदियाँ चिनाब, ब्यास, बासपा, स्पीती और स्वां हैं 
  • प्रमुख परियोजनाएँ
    • लुहरी स्टेज-I जलविद्युत परियोजना - हिमाचल प्रदेश
    • भाखड़ा नांगल बांध - एशिया का सबसे ऊँचा बांध
    • गोबिन्द सागर झील -  हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में
    • इंदिरा गांधी नहर 

चिनाब नदी

  • यह दो नदियों चंद्र एवं भागा के संगम से बनती है।
  • चंद्रा और भागा हिमाचल प्रदेश की लाहुल और स्पीति घाटी में बारालाचा-ला दर्रे के क्रमशः दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पश्चिम मुखों से निकलती हैं। 
  • चंद्रा लगभग 125 किलोमीटर की कुल लंबाई पार करने के बाद तांडी में भागा में मिलती है।
  • इसके बाद संयुक्त धारा को चिनाब या चंद्र भागा के रूप में जाना जाता है
  • यह हिमाचल प्रदेश में लगभग 90 किमी तक बहती है 
  • इसके बाद यह जम्मू और कश्मीर राज्य में जम्मू प्रांत के डोडा जिले के पडर क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले पांगी घाटी को पार करती है। 
  • भंडालकोट में यह अपनी सबसे बड़ी सहायक नदी मरुसुदर से मिलती है। 
  • जम्मू और कश्मीर से यह पाकिस्तान के सियालकोट जिले में प्रवेश करती है। 
  • सहायक नदियाँ 
    • दाएं किनारे पर झेलम, बिचलेरी, चैनी, तलसुएन और अंस 
    • बाएं किनारे पर रावी, नीरू नाला, याबू नाला, मंडियल और पैंथल खड्ड। 
    • तवी और मनावर तवी नदी पाकिस्तान में चिनाब से मिलती हैं।
    • पाकिस्तान में यह सतलज नदी में मिल जाती है।
  • महत्त्वपूर्ण परियोजनाएँ -
    • चिनाब नदी पर भारतीय रेलवे ने विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल बनाया है 
    • यह उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल संपर्क परियोजना का हिस्सा है 
    • रतले हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट 
    • सलाल बाँध
    • दुलहस्ती हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट
    • पाकल दुल बाँध

झेलम नदी

  • यह नदी भारत और पाकिस्तान से होकर बहती है ।
  • यह पंजाब की पांच नदियों में सबसे बड़ी और सबसे पश्चिमी नदी है
  • इसका उद्गम  वेरीनाग झरना(जम्मू और कश्मीर) से होता है 
  • यह श्रीनगर और वुलर झील से होकर बहती है।
  • इसके बाद यह पाकिस्तान में प्रवेश करती है 
  • यह पाकिस्तान में त्रिम्मु नामक स्थान पर चिनाब नदी में मिल जाती है।
  • इसकी कुल लंबाई लगभग 725 किलोमीटर है।
  • यह 170 किमी तक भारत-पाकिस्तान सीमा बनाती है
  • सहायक नदियाँ - 
    • किशनगंगा (नीलम) नदी
    • कुन्हार नदी 
    • सांद्रन नदी
    • ब्रिंगी नदी 
    • अरापथ नदी
    • लिद्दर नदी 
    • दूधगंगा नदी
  • झेलम नदी पर प्रमुख परियोजनाएं  –
    • तुलबुल परियोजना
    • उरी परियोजना

रावी नदी

  • इसका उद्गम  हिमाचल प्रदेश में रोहतांग दर्रे के पास कुल्लू पहाड़ियों में होता है 
  • यह नदी पीर पंजाल और धौलाधार पर्वतमाला के बीच के क्षेत्र को जल प्रदान करती है ।
  • यह माधोपुर के पास पंजाब में प्रवेश करती है
  • इसके बाद यह पाकिस्तान में प्रवेश करती है।
  • यह पाकिस्तान में रंगपुर के पास यह चिनाब नदी में मिल जाती है
  • सहायक नदियाँ –
    • बुधिल 
    • साहो 
    • सिउल 
    • चिरचिंड नाला 
    • उझ नदी
  • प्रमुख परियोजना 
    • रंजीत सागर बांध
    • शाहपुरकंडी बांध परियोजना

ब्यास नदी

  • इसका उद्गम रोहतांग दर्रे के पास से होता है 
  • यह धौलाधार श्रेणी को पार करती हुई दक्षिण-पश्चिम दिशा में बहती है 
  • पंजाब में हरिके नामक स्थान पर सतलुज नदी से मिलती है।
  • यह नदी पूरी तरह से भारतीय क्षेत्र(हिमाचल प्रदेश और पंजाब) में स्थित है।
  • प्रमुख परियोजना 
    • पौंग बांध

प्रश्न - झेलम नदी का उद्गम कहाँ से होता है ?

(a) रोहतांग दर्रे के पास से

(b) वेरीनाग झरना से

(c) बारालाचा-ला दर्रे से

(d) तिब्बत से

« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR