हाल ही में एंटी-सबमरीन वारफेयर क्राफ्ट INS एंड्रोथ को कोलकाता में लॉन्च किया गया।
आईएनएस एंड्रोथ
INS एंड्रोथ का निर्माण, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) द्वारा किया गया है।
कोच्चि से लगभग 170 नॉटिकल मील उत्तर-पश्चिम में लक्षद्वीप में स्थित एंड्रोथ द्वीप को दिए जाने वाले रणनीतिक समुद्री महत्व को दर्शाने के लिए इस जहाज का नाम एंड्रोथ रखा गया है।
यह आठ एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट (ASW-SWC)श्रृंखला में दूसरा जहाज है।
अप्रैल 2019 में रक्षा मंत्रालय और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE), कोलकाता के बीच आठ ASW-SWC जहाजों के निर्माण के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे।
ASW-SWC जहाजों को तटीय जल में पनडुब्बी रोधी संचालन, कम तीव्रता वाले समुद्री संचालन, खदान बिछाने और तटीय जल में उपसतह निगरानी करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
INS अर्नाला आठ स्वदेश निर्मित ASW-SWC में से पहला था।
INS एंड्रोथ पोत 77.6 मीटर लंबा है, इसकी विस्थापन क्षमता 900 टन है।
INS एंड्रोथ को तीन डीजल चालित जल जेट द्वारा चलाया जायेगा, यह लगभग 25 समुद्री मील की अधिकतम गति प्राप्त कर सकता है।