प्रारंभिक परीक्षा: आईएनएस चीता, गुलदार और कुंभीर सेवामुक्त |
संदर्भ:
12 जनवरी 2024 को भारतीय नौसेना के शिप चीता, गुलदार और कुम्भीर को सेवामुक्त कर दिया गया।
प्रमुख बिंदु:
- आईएनएस चीता, गुलदार और कुंभीर को पोलैंड के ग्डिनिया शिपयार्ड में पोल्नोक्नी श्रेणी के जहाजों के तौर पर बनाया गया था।
- रक्षा मंत्रालय के अनुसार इन जहाजों ने चार दशक तक देश की सेवा की।
- पोर्ट ब्लेयर में पारंपरिक समारोह में इन जहाजों के डीकमिशनिंग प्रतीक के तौर पर सूर्यास्त के समय राष्ट्रीय ध्वज, नौसेना पताका को अंतिम बार नीचे उतारा गया।
- 1984 में चीता,1985 में गुलदार और 1986 में कुंभीर को नौसेना में शामिल किया गया था।
आईएनएस चीता, गुलदार और कुंभीर द्वारा दी गई सेवाएँ:
- सेवा के प्रारंभिक वर्षों के दौरान आईएनएस चीता को कुछ समय के लिए कोच्चि व चेन्नई में रखा गया और आईएनएस कुंभीर व गुलदार विशाखापत्तनम में तैनात किया गया था।
- बाद में इन तीनों जहाजों को अंडमान और निकोबार कमान को सौंप दिया गया।
- जल स्थलचर मंच के रूप में इन जहाजों ने तट पर सेना के जवानों को उतारने के लिए समुद्र तट पर 1,300 से अधिक अभियान संचालित किए।
- तीनों युद्धपोत चार दशक तक सक्रिय रहे।
- 1987 से 1990 के दौरान इन पोतों ने भारतीय शांति रक्षा सेना की श्रीलंका में तैनाती के दौरान अहम भूमिका निभाई।
- मई 1990 में भारतीय व श्रीलंकाई सीमा पर हथियारों एवं गोला-बारूद की तस्करी तथा अवैध अप्रवास को नियंत्रित के लिए ‘ऑपरेशन ताशा’ का संचालन किया गया।
- वर्ष 1997 में श्रीलंका में आए चक्रवात और 2004 में हिंद महासागर में आई सुनामी के दौरान राहत कार्यों में इन पोतों ने अहम योगदान दिया।
प्रश्न:- हाल ही में भारतीय नौसेना के जहाज चीता, गुलदार और कुम्भीर को सेवामुक्त कर दिया गया है; इनके के सम्बन्ध में, निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
- इन्हें कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में बनाया गया था।
- ये शिप ‘ऑपरेशन ताशा’ के संचालन में शामिल थे।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न 1 और ना ही 2
उत्तर- (b)
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