चर्चा में क्यों?
हाल ही में, भारत ने गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों से ‘स्थापित विद्युत क्षमता’ के 40% का महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य प्राप्त कर लिया है।
महत्त्वपूर्ण बिंदु
- वर्तमान में, देश में कुल स्थापित गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित विद्युत क्षमता 156.83 गीगावाट है। भारत ने यह लक्ष्य फ्रांस में आयोजित कॉप-21 (COP-21) सम्मेलन में निर्धारित समय से पहले ही प्राप्त कर लिया है। भारत ने ‘राष्ट्रीय रूप से निर्धारित योगदान’ (Nationally Detetmined Contribution) में इसके लिये प्रतिबद्धता व्यक्त की थी।
- ग्लासगो में संपन्न कॉप-26 में भारत ने वर्ष 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों से 500 गीगावाट स्थापित विद्युत क्षमता प्राप्त करने के लिये प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
राष्ट्रीय रूप से निर्धारित योगदान
- इसके हिस्से के रूप में भारत के तीन मात्रात्मक जलवायु परिवर्तन लक्ष्य हैं :
- वर्ष 2005 के स्तर से 2030 तक जी.डी.पी. की उत्सर्जन तीव्रता में 33-35% की कमी लाना।
- गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा संसाधनों से लगभग 40% संचयी स्थापित विद्युत क्षमता को वर्ष 2030 तक प्राप्त करना।
- वर्ष 2030 तक अतिरिक्त वन और वृक्षावरण से 2.5 से 3 बिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर का अतिरिक्त कार्बन सिंक बनाना।