DRDO की दिल्ली स्थित प्रयोगशाला, नाभकीय औषधि तथा संबद्ध विज्ञान संस्थान (इनमास) अंतर्राष्ट्रीय रेडियो जीवविज्ञान सम्मेलन का आयोजन कर रही है।
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय कुमार सूद ने मुख्य अतिथि के रुप में इसका उद्घाटन किया।
यह कार्यक्रम 27 फरवरी, 2025 से 1 मार्च 2025 के दौरान आयोजित होगा।
इस कार्यक्रम का विषय है: “अंतरिक्ष विकिरण, भारी आयनों और मानव अंतरिक्ष मिशनों के जैविक प्रभाव- प्रणाली और जैव चिकित्सा प्रतिक्रिया उपाय”
यह सम्मेलन रेडियोबायोलॉजिस्ट, भौतिकविदों, इंजीनियरों और चिकित्सा शोधकर्ताओं के बीच ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए एक अनूठा और अहम मंच के रूप में कार्य करता है।
इसका उद्देश्य अंतरिक्ष विकिरण के जैविक प्रभावों को समझना और अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा के लिए जैव चिकित्सा समाधान विकसित करना है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO):
यह भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय की अनुसंधान एवं विकास विंग है।
इसका गठन वर्ष 1958 में किया गया था।
इसका मुख्यालय दिल्ली में है।
इसका उद्देश्य अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकियों के साथ भारत को सशक्त बनाना है।
नाभकीय औषधि तथा संबद्ध विज्ञान संस्थान (INMAS)
यह नाभकीय औषधि, जैव-चिकित्सा विज्ञान और संबद्ध क्षेत्रों में अनुसंधान करता है।
यह रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अंतर्गत आता है।
इसका मुख्य उद्देश्य रक्षा और नागरिक अनुप्रयोगों के लिए उन्नत चिकित्सा समाधान विकसित करना है।
प्रश्न. अंतर्राष्ट्रीय रेडियो जीवविज्ञान सम्मेलन का आयोजन किस संस्था द्वारा किया जा रहा है?