तटीय संरक्षण फाउंडेशन (CCF) एवं पूर्वी तट संरक्षण दल (ECCT) संयुक्त रूप से इंटरटाइडल बायोब्लिट्ज (Intertidal Bioblitz) का आयोजन करेंगे। यह कार्यक्रम एक सप्ताह (26 जनवरी से 4 फ़रवरी) तक चलेगा।
क्या है बायोब्लिट्ज़
- बायोब्लिट्ज एक गहन व सहयोगात्मक प्रयास है जिसका उद्देश्य किसी विशिष्ट क्षेत्र एवं समय-सीमा के भीतर यथासंभव अधिक-से-अधिक प्रजातियों का दस्तावेजीकरण करना है।
- इंटरटाइडल बायोब्लिट्ज गतिशील व विविध इंटरटाइडल (अंतर-ज्वारीय) पारिस्थितिक प्रणालियों पर ध्यान केंद्रित करेगा। अंतर-ज्वारीय पारिस्थितिक क्षेत्र उच्च एवं निम्न ज्वार रेखाओं के बीच का क्षेत्र है जहाँ अद्वितीय वनस्पति व जीव पाए जाते हैं।
- इसका उद्देश्य भारत के अंतर्ज्वारीय क्षेत्रों की जैव विविधता का अन्वेषण करना (Exploring) और उसका दस्तावेजीकरण (Documenting) करना है।
- इसके अंतर्गत स्वयंसेवक, वैज्ञानिक, शिक्षक व प्रकृति प्रेमी इन तटीय क्षेत्रों की जैव विविधता का दस्तावेजीकरण करने के लिए मूल्यवान डाटा एकत्र करने एवं ज्ञान साझाकरण के लिए मिलकर कार्य करेंगे।
- यह पहल नागरिक विज्ञान की आधारशिला है जो सामुदायिक सहभागिता एवं पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देती है।
- इसके दौरान एकत्र किए गए डाटा से वैज्ञानिक अनुसंधान में योगदान मिलेगा और तटीय आवासों को प्रदूषण, आवास विनाश एवं जलवायु परिवर्तन जैसे खतरों से बचाने के लिए नीतियों को सूचित किया जाएगा।
- बायोब्लिट्ज के दौरान अवलोकनों को रिकॉर्ड करने के लिए iNaturalist प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करेंगे जो एक वैश्विक नागरिक विज्ञान उपकरण है।
- इस प्लेटफ़ॉर्म में भारत की अंतर-ज्वारीय जैव विविधता नामक एक उप-अनुभाग में अवलोकनों को रिकॉर्ड किया जा सकता है।