चर्चा में क्यों?
हाल ही में इज़रायल और सूडान ने अमेरिका की मदद से आपसी सम्बंधों को सामान्य बनाने के लिये आगे बढ़ने पर सहमति व्यक्त की है।
अमेरिका की पहल
अमेरिका द्वारा सूडान को आतंकवाद के राज्य प्रायोजकों की सूची से हटाने के फैसले से इज़राइल के साथ समझौते का मार्ग प्रशस्त हुआ। यह निर्णय रिपब्लिकन पार्टी की विदेश नीति की उपलब्धि को चिन्हित करता है, जिसका लाभ पार्टी को आगामी राष्ट्रपति पद के चुनाव में मिल सकता है।
समझौते का प्रारम्भ
- इज़राइल और सूडान कृषि पर प्रारम्भिक ध्यान देते हुए आर्थिक और व्यापार लिंक खोलने की योजना पर विचार कर रहे हैं। हालाँकि, राजनयिक सम्बंधों की औपचारिक स्थापना जैसे मुद्दों को बाद में हल किया जाएगा।
- कुछ समय पूर्व ही संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन पहले ऐसे अरब राज्य बन गए हैं, जो इज़रायल के साथ औपचारिक सम्बंधों के लिये सहमत हुए हैं। इस समझौते को अब्राहम अकॉर्ड के नाम से जाना जाता है।
वर्तमान स्थिति
- सूडान की संक्रमणकालीन सरकार और सैन्य नेतृत्व इस मुद्दे पर विभाजित हैं कि इज़रायल के साथ सम्बंधों को कितनी तेज़ी से और किस सीमा तक स्थापित किया जाए।
- साथ ही, सूडान यह भी चाहता है कि उसको आतंकवाद के राज्य प्रायोजकों की सूची से हटाने के फैसले को स्पष्ट रूप से इज़रायल के साथ सम्बंधों के साथ न जोड़ा जाए।