प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिकी मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
सन्दर्भ:
न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) द्वारा घोषणा की गई कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) वर्ष 2024 में स्पेसएक्स के रॉकेट के माध्यम से संचार उपग्रह का प्रक्षेपण करेगा।
प्रमुख बिंदु:
- इसरो के उपग्रह जीसैट-20 को स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट से लॉन्च करने की योजना है।
- इसके लिए स्पेसएक्स और इसरो की वाणिज्यिक शाखा NSIL में समझौता हुआ है।
- इसरो पहली बार फाल्कन-9 हैवी लिफ्ट लॉन्चर का उपयोग करेगा।
- वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में इस मिशन को लॉन्च करने की योजना है।
- इसरो की वर्तमान उच्चतम अंतरिक्ष यान प्रक्षेपण क्षमता 4,000 किलोग्राम से अधिक है।
जीसैट-20 मिशन:
- 4,700 किग्रा वजनी इस संचार उपग्रह का अन्य नाम GSAT-N2 भी है।
- यह NSIL द्वारा वित्त पोषित और संचालित तथा इसी के स्वामित्व में है।
- इसमें 32 बीम हैं, जो पूरे भारतीय उपमहाद्वीप का व्यापक कवरेज प्रदान करेगा।
- दूरसंचार प्रदाताओं को तीव्र गति की इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाएगा।
- इसमें लगभग 48 GBPS की प्रभावशाली हाई थ्रूपुट क्षमता का दावा किया गया है।
- देश के ग्रामीण और दूरदराज के हिस्सों में हाई-स्पीड कनेक्टिविटी सम्भव होगी।
- यह इन-फ़्लाइट इंटरनेट और समुद्री कनेक्टिविटी सेवाओं को भी सक्षम करेगा।
- यह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप सहित पूरे देश में उच्च डेटा ट्रांसमिशन क्षमता प्रदान करेगा।
फाल्कन 9 रॉकेट:
- यह दुनिया का पहला कक्षीय श्रेणी का पुन: प्रयोज्य रॉकेट है।
- इसे स्पेसएक्स द्वारा पृथ्वी की कक्षा और उससे आगे व्यक्तियों और पेलोड के सुरक्षित परिवहन के लिए डिजाइन और निर्मित किया गया है।
- जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर आर्बिट में 8,300 किग्रा के पेलोड ले जाने में सक्षम है।
स्पेसएक्स (SpaceX):
- स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नोलॉजीज कार्पोरेशन ‘SpaceX’ के नाम से व्यवसाय करता है।
- यह एक अमेरिकी एयरोस्पेस निर्माता है, जो अंतरिक्ष परिवहन सेवाएं देता है और एक संचार निगम है।
न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL):
- अंतरिक्ष विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में भारत सरकार की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है।
- इसकी स्थापना 6 मार्च 2019 को हुई थी।
- यह इसरो की वाणिज्यिक शाखा है।
- इसका उद्देश्य भारतीय उद्योगों को अंतरिक्ष से संबंधित उच्च प्रौद्योगिकी गतिविधियों को शुरू करने में सक्षम बनाना है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो):
- यह भारत की अंतरिक्ष एजेंसी है।
- इसका गठन 15 अगस्त, 1969 को किया गया था।
- भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग का एक प्रमुख घटक है।
- इसके अंतर्गत भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम क्रियान्वित किए जाते हैं।
- 1972 में इसरो को अंतरिक्ष विभाग के तहत लाया गया।
- इसरो से पहले भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति (INCOSPAR) थी।
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य:
- भारत की सबसे बड़े रॉकेट जीएसएलवी-एमके3 की अधिकतम लिफ्ट क्षमता 4000 किलोग्राम है।
- इसरो ने सबसे भारी रॉकेट नेक्स्ट जेनरेशन लॉन्च व्हीकल (NGLV) की योजना बनाई है।
- NGLV की अधिकतम क्षमता दस हजार किलोग्राम होगी।
प्रश्न:- निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
- इसरो के उपग्रह जीसैट-20 को स्पेसएक्स के रॉकेट से लॉन्च करने की योजना है।
- फाल्कन 9 रॉकेट विश्व का पहला कक्षीय श्रेणी का पुन: प्रयोज्य रॉकेट है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न 1 और ना ही 2
उत्तर- (c)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न: वर्तमान में तीव्र गति की इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने के लिए इसरो(ISRO) द्वारा किए जा रहे प्रयासों की चर्चा कीजिए।
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