(मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र-2 : शासन व्यवस्था, संविधान, शासन प्रणाली, सामाजिक न्याय तथा अंतर्राष्ट्रीय संबंध) |
संदर्भ
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने इटली-भारत संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना की घोषणा (2025-2029) की है। यह घोषणा ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन में द्विपक्षीय बैठक के दौरान की गयी। इसका उद्देश्य भारत एवं इटली के बीच रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाना है।
रणनीतिक कार्ययोजना के विभिन्न क्षेत्र
राजनीतिक संवाद
बहुपक्षीय अवसरों पर शासनाध्यक्षों और अन्य प्रमुख मंत्रियों के बीच बैठक व दौरे का आयोजन करना, विदेश मंत्रालयों के बीच वार्षिक द्विपक्षीय सलाह-मशविरा जारी रखना तथा साझा हित के सभी क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करना।
आर्थिक सहयोग एवं निवेश
- आर्थिक सहयोग के लिए संयुक्त आयोग और खाद्य प्रसंस्करण पर संयुक्त कार्य समूह का लाभ उठाना, द्विपक्षीय व्यापार, बाजार पहुँच एवं निवेश को बढ़ाना
- औद्योगिक, आर्थिक व वाणिज्य मंडलों की भागीदारी के साथ व्यापार मेलों एवं आवधिक व्यापार मंचों में भागीदारी को बढ़ावा देना
- ऑटोमोटिव, सेमीकंडक्टर, बुनियादी ढांचे और उन्नत विनिर्माण के साथ औद्योगिक साझेदारी व तकनीकी केंद्रों को बढ़ावा देना
कनेक्टिविटी
टिकाऊ परिवहन पर सहयोग को बढ़ावा देना, भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारा (IMEC) ढांचे में समुद्री व भू-अवसंरचना में सहयोग बढ़ाना तथा समुद्री व बंदरगाह क्षेत्र में सहयोग पर समझौता करना
विज्ञान, प्रौद्योगिकी, आईटी, नवाचार एवं स्टार्ट-अप
- महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर सहयोग का विस्तार करना, प्रौद्योगिकी मूल्य श्रृंखला साझेदारी को मजबूत करना
- उद्योग 4.0, उन्नत विनिर्माण, स्वच्छ ऊर्जा, महत्वपूर्ण खनिज निष्कर्षण व शोधन में सहयोग के नए अवसरों की खोज करना
- भारत-प्रशांत महासागर पहल (IPOI) के संदर्भ में नवाचार एवं अनुसंधान सहयोग को बढ़ाना
- एस.टी.ई.एम. (STEM) क्षेत्र में शैक्षिक व अनुसंधान अवसरों को बढ़ाना, छात्रवृत्तियों पर ध्यान केंद्रित करना, अग्रणी वैज्ञानिक संगठनों व संयुक्त परियोजनाओं के बीच सहयोग को बढ़ाना
- विभिन्न क्षेत्रों में स्टार्ट-अप और नवाचार इकोसिस्टम पर ध्यान केंद्रित करना तथा भारत-इटली नवाचार एवं इनक्यूबेशन विनिमय कार्यक्रम शुरू करना
- वर्ष 2025-27 के लिए वैज्ञानिक एवं तकनीकी सहयोग के लिए गहन पाठ्यक्रम कार्यक्रम को लागू करना
अंतरिक्ष क्षेत्र
- इतालवी अंतरिक्ष एजेंसी एवं इसरो के बीच सहयोग बढ़ाना तथा पारस्परिक वाणिज्यिक अंतरिक्ष सहयोग की खोज करना और उसे सुविधाजनक बनाना
- बाह्य अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण व सतत उपयोग से संबंधित दृष्टिकोण, अनुसंधान एवं विकास को बढ़ाने में सहयोग करना
- वर्ष 2025 के मध्य तक अंतरिक्ष उद्योग के प्रतिनिधियों के एक इतालवी प्रतिनिधिमंडल द्वारा भारत के लिए एक मिशन का आयोजन किया जाएगा।
ऊर्जा संक्रमण
- तकनीकी शिखर सम्मेलन का आयोजन करना
- प्रौद्योगिकी उन्नति और संयुक्त अनुसंधान एवं विकास सहयोग को सुगम बनाना
- नवीकरणीय ऊर्जा पर संयुक्त कार्य समूह को अधिक प्रोत्साहित करना
- वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन और अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन को मजबूत करना
- नवीकरणीय ऊर्जा से संबंधित नवीन ग्रिड विकास समाधानों और विनियामक पहलुओं पर जानकारी साझा करना।
रक्षा सहयोग
- संयुक्त रक्षा परामर्शदात्री (JDC) बैठकों के साथ-साथ संयुक्त स्टाफ वार्ता (JST) का वार्षिक आधार पर नियमित आयोजन सुनिश्चित करना
- हुए सार्वजनिक और निजी हितधारकों के बीच बढ़ी हुई साझेदारी और संवाद के अवसरों का पता लगाना।
- समुद्री प्रदूषण प्रतिक्रिया और समुद्री खोज एवं बचाव के क्षेत्र सहित समुद्री सहयोग को बढ़ाना
- दोनों रक्षा मंत्रालयों के बीच रक्षा औद्योगिक रोडमैप पर बातचीत करना तथा सोसायटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स और इटालियन इंडस्ट्रीज फेडरेशन फॉर एयरोस्पेस, डिफेंस एंड सिक्योरिटी के बीच समझौता ज्ञापन को बढ़ावा देना।
- रक्षा अनुसंधान पर नियमित बातचीत आयोजित करना।
सुरक्षा सहयोग
- साइबर सुरक्षा एवं साइबर अपराध जैसे विशिष्ट क्षेत्रों में नियमित आदान-प्रदान और सुरक्षा सहयोग को बढ़ाना।
- साइबर वार्ता जैसी क्षेत्र-विशिष्ट वार्ता आयोजित करना।
- अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराध से निपटने पर संयुक्त कार्य समूह की वार्षिक द्विपक्षीय बैठकें आयोजित करना जारी रखना।
- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग को मजबूत करना।
- वर्गीकृत सूचना के पारस्परिक संरक्षण और आदान-प्रदान के लिए समझौता संपन्न करना।
प्रवासन एवं गतिशीलता
- सुरक्षित एवं कानूनी प्रवास चैनलों को बढ़ावा देना
- निष्पक्ष व पारदर्शी श्रम प्रशिक्षण और भर्ती प्रक्रियाओं को बढ़ावा देना
- अनियमित प्रवासन को बढ़ावा देने से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाना
संस्कृति, शैक्षणिक एवं लोगों के बीच आदान-प्रदान, सिनेमा व पर्यटन
- विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच सहयोग तथा तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना
- प्रदर्शनियों व सांस्कृतिक पहलों को बढ़ावा देना तथा संग्रहालयों के बीच साझेदारी की स्थापना करना
- फिल्म सह-निर्माण को बढ़ाना और संपर्क एवं पर्यटक प्रवाह को बढ़ावा देना
- पुराने एवं विरासत स्थलों व इमारतों के संरक्षण तथा पुनरुद्धार पर द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करना
- वर्ष 2023 में हस्ताक्षरित गहन सांस्कृतिक सहयोग कार्यक्रम के क्रियान्वयन पर कार्य करना