(प्रारंभिक परीक्षा: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ)
संदर्भ
‘जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप’, नासा का अब तक का सबसे बड़ा अंतरिक्ष में भेजे जाने वाला टेलीस्कोप है। इस टेलीस्कोप को दक्षिण अमेरिका स्थित फ्रेंच गुयाना से यूरोपियन एरियन-5 रॉकेट ई.सी.ए. से 22 दिसंबर, 2021 को लॉन्च किया जाएगा।
जेम्स वेब टेलिस्कोप की विशेषताएँ
- यह एक विशाल इन्फ्रारेड टेलीस्कोप है, जो ब्रह्मांड के इतिहास के प्रत्येक चरण का अध्ययन करेगा, जिसमें बिग-बैंग व सौर प्रणालियों का निर्माण आदि शामिल है। इस टेलीस्कोप में लगे एक विशाल दर्पण से अंतरिक्ष में देखना संभव होगा।
- टेलीस्कोप का प्राथमिक दर्पण 18 हेक्सागोनल आकार के दर्पण खंडों से बना हुआ है, जो मधुमक्खी के छत्ते के पैटर्न में एक साथ जुड़े हुए हैं। विदित है कि अंतरिक्ष में स्थापित दुनिया की सबसे शक्तिशाली ‘हबल स्पेस टेलीस्कोप’ के दर्पण का व्यास इस टेलीस्कोप के दर्पण से कम है।
वैक्यूम वाष्प निक्षेप तकनीक
- इस दर्पण पर ‘वैक्यूम वाष्प निक्षेप’ (Vacuum Vapour Deposition) नामक तकनीक का प्रयोग करके सोने की परत लेपित की गयी है। इस तकनीक में दर्पणों को एक निर्वात कक्ष में रखकर अल्प मात्रा में सोने के वाष्प को दर्पण पर निक्षेपित किया जाता है।
- सोने की परत को खरोंच से बचाने के लिये इसके ऊपर काँच की एक पतली परत भी चढाई की गई है। विदित है कि दर्पण के अवरक्त प्रकाश के प्रतिबिंब को बेहतर बनाने में स्वर्ण मददगार होता है।